रांची। राज्यपाल की स्वीकृति मिलने के बाद शनिवार को राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव को लेकर तारीखों का एलान कर दिया है। ।राज्य में चार चरणों में 14, 19, 24 और 27 मई को मतदान होंगे इसके तहत राज्य की जनता अब पंचायत निकायों के ग्राम पंचायत सदस्य, मुखिया, पंचायत समिति सदस्य और जिला परिषद सदस्य का चुनाव कर सकेगी। राज्य निर्वाचन आयुक्त डीके तिवारी ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेस में बताया कि इस बार मतदान बैलेट बाक्स के माध्यम से कराये जायेंगे। उन्होंने बताया कि पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद ही आदर्श आचार चुनाव संहिता लागू हो गयी है। हालांकि, नगरपालिका क्षेत्र और कैंटोनमेंट बोर्ड क्षेत्र में यह प्रभावी नहीं होगा।
तिवारी ने बताया कि चुनाव शांतिपूर्ण और निष्पक्ष रूप से कराने के लिए भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की जायेगी। राज्य में 53 हजार 480 मतदान केंद्र बनाये गये हैं। 22 हजार 961 संवेदनशील तथा 17 हजार 161 अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र हैं। डीके तिवारी ने बताया कि इस चुनाव में ओबीसी वर्ग को आरक्षण की सुविधा नहीं मिलेगी। चुनाव 24 जिलों के 262 प्रखंडों की 4345 ग्राम पंचायतों में होंगे। एक करोड़ 96 लाख 16 हजार 504 मतदाता 53 हजार 4 89 जनप्रतिनिधियो को चुनेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रथम चरण में 72 प्रखंडों में 1127 ग्राम पंचायतों, 72 प्रखंडों में 14 मई को चुनाव होंगे। दूसरे चरण में 50 प्रखंडों में 872 पंचायतों में चुनाव 19 मई को कराये जायेंगे। 24 मई को 70 प्रखंडों में 1047 पंचायतों में चुनाव कराया जाना है। अंतिम चरण में 27 मई को शेष 72 प्रखंडों और 1299 पंचायतों में चुनाव कराया जायेगा।
कुल 4345 ग्राम पंचायतों में इतने ही मुखिया, ग्राम पंचायत के 53479 प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र (वार्ड सदस्य), 5341 पंचायत समिति सदस्य और जिला परिषद के 536 पदों के लिये चुनाव कराया जाना हैं। मौके पर एडीजी संजय आंनद लाटकर सहित अन्य लोग मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि राज्य में त्रिस्तरीय पंचायती व्यवस्था का कार्यकाल दिसंबर 2020 तक था। इसके बाद राज्य सरकार के विशेष प्रावधानों के चलते राज्यभर में 4000 से अधिक पंचायतों और पंचायत समिति, जिला परिषदों में कार्यकारी समितियों के जरिये व्यवस्था का संचालन हो रहा था। राज्य में पहली बार राज्य गठन के दस वर्षों के बाद पहली बार 2010 में चुनाव हुए थे। इसके बाद 2015 में पंचायत चुनाव हुए थे। 2020 में यह चुनाव संभावित था पर कोरोना महामारी और अन्य संकट के कारण चुनाव संभव नहीं हो पा रहा था।