साहिबगंज। साहिबगंज जिला प्रशासन हर घटना पर आगे बढ़कर पर्दादारी करता रहा है । क्षेत्र में अवैध माइनिंग का मामला हो या पुलिस जांच का हर मामले में जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन पर्दादारी पर उतर जाता है ।जिसके कारण सरकार घेरे में आ जाती है। गत दिनों गंगा नदी में जहाज के पलटने से कुछ ट्रक के गंगा में समां जाने के मामले में भी प्रशासनिक झूठ का पर्दाफाश हुआ है।
गौरतलब हो कि साहिबगंज में शुक्रवार की सुबह साहिबगंज-मनिहारी के बीच गंगा नदी पर पुल का निर्माण करा रही दिलीप बिल्डकान लिमिटेड (डीबीएल) का जहाज गरमघाट पर ट्रकों के चढ़ाने के क्रम में डगमगा गया। इससे उस पर लदे कई ट्रक गंगा किनारे पलट गए तो कुछ ट्रक गंगा नदी में समा गए थें। घटना के बाद डीबीएल कंपनी के मैनेजर भानु प्रताप सिंह ने बताया था कि साहिबगंज से जहाज पर ट्रक चढ़ाया जा रहा था। इसी क्रम में तीन ट्रक चढ़ने के बाद चौथे ट्रक का टायर फट गया जिससे जोरदार धमाका हुआ और जहाज असंतुलित हो गया। उसके अनुसार सभी ट्रक एक दूसरे पर पलट गए, लेकिन एक ट्रक गंगा में समा गया।
लेकिन रेस्क्यू ऑपरेशन में गंगा नदी से दो हाईवा निकाला गया हैं। इससे और भी हाईवा और मृतकों के मिलने की आशंका है। घटना वाले दिन एक हाईवा चालक भी डूब गया था। आज घटना को 3 दिन गुजर गए हैं लेकिन अब तक ड्राइवर का कोई सुराग नहीं मिला है। लापता सरफुद्दीन अंसारी धनबाद के गोविंदपुर का रहने वाला है। सूत्र का कहना है की घटना के दिन ट्रक पर दो चालक बैठे हुए थे जो ट्रक के साथ गंगा में समां गये ।अब तक एक भी व्यक्ति का शव नही निकाला जा सका। प्रशासन का कहना है की घटना में कोई नही मरा ।घटना स्थल पर गंगा प्रवाह तेज है और पानी की गहराई भी अधिक है।