पटना।
बिहार विधानसभा में 23 मार्च को हुई मारपीट की शर्मनाक घटना को लेकर बुधवार को बिहार विधान परिषद में भी पक्ष और विपक्ष में तनातनी रही। पक्ष और विपक्ष के एमएलसी एक दूसरे से भिड़ गए , हाथापाई की नौबत फिर से बन आई। राजद के एमएलसी विधायकों की पिटाई का विरोध उस समय करने लगे जब परिषद में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बोल रहे थे।
सदन की कार्रवाई के दौरान राजद के एमएलसी सुबोध राय ने कहा कि विधायकों को पीटा गया है। इसपर जदयू के एमएलसी नीरज कुमार और संजय सिंह खड़े होकर राजद एमएलसी का विरोध करने लगे। देखते ही देखते मुख्यमंत्री खड़े होकर आक्रोश भरे अंदाज में कहा कि विपक्ष के विधायकों ने विधानसभा में गुंडागर्दी की है। इसे जनता भी देखी है। जनता उन्हें जवाब देगी। आगबबूला नीतीश ने उंगली दिखाते हुए कांग्रेस नेताओं को कहा कि वह भी राजद के चक्कर में पड़कर खुद बर्बाद हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री के बोलने के क्रम में जदयू एमएलसी संजय सिंह व भाजपा एमएलसी घनश्याम ठाकुर आपे से बाहर हो गए और राजद एमएलसी के पास चले गए। माहौल गर्म होते देख सभापति अवधेश नारायण सिंह सीट से उठकर सदस्यों को समझाने लगे। पर संजय सिंह और घनश्याम सिंह राजद इमेज सुबोध राय और सुनील सिंह से उलझ पड़े पुलिस तो फिर रामचंद्र पूर्वे और दिलीप जायसवाल के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ।