Ranchi: असम के मुख्यमंत्री और झारखंड में भाजपा के सह चुनाव प्रभारी हिमंता विस्वा सरमा ने दावा किया है कि पूर्व मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन की जासूसी झारखंड सरकार ने कराया है। उन्होंने खुलासा करते हुए कहा कि चम्पाई सोरेन की रेकी की जा रही थी। साथ ही झारखंड से दिल्ली तक उनपर दो लोग नजर रख रहे थे। इस दौरान एक महिला के साथ मिलकर कुछ बड़े खेल की भी तैयारी थी। संभवतः हनीट्रैप की कोशिश हो रही थी लेकिन समय रहते दिल्ली पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया।
हिमंता बिस्वा सरमा ने बुधवार को सोशल मीडिया एक्स पर भी इस बात को साझा किया है। गुवाहाटी (असम) में बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि चम्पाई सोरेन जब रांची से कोलकाता पहुंचे और कोलकाता से फिर दिल्ली गए तो उनका पीछा किया जा रहा था। एक ही फ्लाइट से दोनों रेकी करने वाले लोग भी साथ गए। इसके अलावा जिस ताज होटल में रुके, उनके कमरे के बगल में ही रूम बुक कर दोनों रह रहे थे। चम्पाई सोरेन किससे मिल रहे हैं और कहां जा रहे हैं, इसकी फोटो और पूरी जानकारी झारखंड सरकार तक पहुंचाई जा रही थी।
हिमंता के मुताबिक, जब दोनों की गतिविधियां संदिग्ध दिखी और पूछताछ की गई तो दोनों ने खुद को पत्रकार बता दिया। जब दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया तो खुलासा हुआ कि दोनों युवक झारखंड पुलिस के स्पेशल ब्रांच के दारोगा थे। इनसे पूछताछ में जानकारी मिली कि उनकी ड्यूटी लगाई गई थी। जब भी चम्पाई सोरेन दिल्ली जा रहे थे, उनके पीछे दो पुलिसकर्मी लगाए जाते थे। इस मामले में चम्पाई सोरेन ने एक केस दर्ज कराया है। अब पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
हिमंता ने कहा कि झारखंड में अभी चम्पाई हेमंत के कैबिनेट में मंत्री भी हैं। इस तरह से किसी के निजी जीवन में रेकी कराना सही नहीं है। शायद देश में ऐसा मामला पहला होगा, जहां पूर्व मुख्यमंत्री सह मंत्री पर नजर रखी जा रही हो। इस मामले में झारखंड पहुंचने के बाद राज्यपाल संताेष कुमार गंगवार से भी मुलाकात कर उनको जानकारी देंगे।
चम्पाई सोरेन की जासूसी प्रकरण की सीटिंग जज से हो न्यायिक जांच: बाबूलाल मरांडी
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने पूर्व मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन की जासूसी कराए जाने के मामले को अत्यंत गंभीर बताया है। उन्हाेंने राज्य सरकार पर बड़ा निशाना साधा। उन्हाेंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी आसन्न विधानसभा चुनाव में करारी हार को देखते हुए पूरी तरह बौखला गए हैं। हेमंत सरकार पूरी तरह से अलोकतांत्रिक, असंवैधानिक निर्णय लेते हुए सत्ता का दुरुपयोग कर रही।
बाबूलाल मरांडी प्रदेश कायालय में बुधवार काे पत्रकार वार्ता काे संबाेधित कर रहे थे। उन्हाेंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का इतना नैतिक पतन हो गया है कि सत्ता पाने के लिए पिता समान चम्पाई सोरेन, लोबिन हेंब्रम, मां समान भाभी सीता सोरेन की क्या वे किसी की भी बलि ले सकते हैं। ऐसा लग रहा कि वे औरंगजेब जैसा व्यवहार कर रहे। हाल के दिनों में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में हेमंत मंत्रिमंडल में शामिल कैबिनेट मंत्री चम्पाई सोरेन की गतिविधियों, उनके झारखंड और राज्य से बाहर के दौरों पर कड़ी नजर रखने के लिए राज्य पुलिस की विशेष शाखा ने पुलिसकर्मियों को गुप्त तरीके से लगाया है। खबर तो यहां तक आ रही कि उन्हें हनी ट्रैप में भी फंसाने की योजना बनाई गई थी। दिल्ली पुलिस के समक्ष झारखंड स्पेशल ब्रांच के दो पुलिस कर्मियों ने इस बात को स्वीकार किया कि उन्हें चम्पाई सोरेन के मूवमेंट पर नजर रखने केलिए लगाया गया है।
मरांडी ने राज्य सरकार से मांग करते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा कराए जा रहे अवैध तरीके से खुफियागिरी, जासूसी की जांच राज्य के सिटिंग जज से कराई जाए और एडीजी स्पेशल ब्रांच को अविलंब निलंबित किया जाए। ऐसी संभावना भी है कि राज्य सरकार चम्पाई सोरेन सहित कई अन्य नेताओं की फोन टेपिंग भी करवा रही हो। उन्हाेंने कहा कि राज्य के न्यायाधीशों पर भी निगरानी रखी जा रही है। ऐसी स्थिति में यह राज्य के लिए अत्यंत गंभीर और चिंतनीय है।