Ranchi: पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आड़े हाथों लिया और कहा कि जब राज्य में हमारी सरकार थी उस समय यही लोग शिक्षक नियुक्ति का विरोध करते थे और अब श्रेय भी यही लोग ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कड़े संघर्ष और युवा विरोधी हेमंत सरकार को हराकर नौकरी पाने वाले हाई स्कूल शिक्षकों को मैं बधाई देता हूं और उनके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं। मैं सर्वोच्च न्यायालय के प्रति विशेष आभार व्यक्त करता हूं कि अगर न्यायालय का हस्तक्षेप नहीं हुआ होता तो इन शिक्षकों की नियुक्ति संभव नहीं हो पाती।
दास ने कहा कि हेमंत की परेशानियों को मैं समझता हूं, जिन नियुक्तियों को ये रघुवर सरकार का पाप कहते थे आज उन्हीं नियुक्तियों का श्रेय लेने के लिए अखबारों में विज्ञापन छपवाना पड़ रहा है। खेल गांव में समारोह करना पड़ रहा है। मैं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बताना चाहता हूं कि नियुक्तियां पाप नहीं, बल्कि पुण्य का कार्य होती हैं।
उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार ने सत्ता संभालने के बाद सबसे पहले नियुक्तियों को ठंडे बस्ते में डालने का काम किया। न्यायालय में मजबूती से पक्ष रखने की बजाय मुख्यमंत्री सहित पूरी सरकार झारखंड के युवाओं को नौकरी नहीं मिले इसके लिए प्रयास करती रही। इतना ही नहीं हेमंत सरकार ने मेरी सरकार में शुरू की गयी नियुक्तियों से संबंधित सभी विज्ञापनों को ही वापस लेने का आदेश दिया। उन्हीं विज्ञापनों में पंचायत सचिव और लिपिक का भी विज्ञापन था।