Ranchi: पूर्व उपमुख्यमंत्री और आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो ने स्वतंत्रता सेनानी शहीद जीतराम बेदिया के बलिदान दिवस पर रविवार को जोन्हा स्थित बरवादाग में उनकी प्रतिमा का अनावरण किया।
मौके पर महतो ने कहा कि क्रांतिकारियों की माटी झारखंड ने असंख्य वीर शहीदों को जन्म दिया, जिन्होंने इस माटी के मान, सम्मान एवं स्वाभिमान के लिए अपना सर्वस्व अर्पण कर दिया। इतिहासकारों ने झारखंड के महानायकों को इतिहास के पन्नों में वह जगह नहीं दिया, जिसके वे असली हकदार थे। झारखंड की गौरवशाली इतिहास, वैभवशाली संस्कृति तथा गुमनाम क्रांतिकारियों की गाथा को जन-जन तक पहुंचाने की जिम्मेदारी हम सभी पर है। युवा पीढ़ी को अपने गौरवशाली इतिहास से सीखने की जरुरत है।
उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता, एकता और अखंडता को अक्षुण्ण रखने के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले झारखंड के वीर सपूतों की संघर्ष गाथा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए हम संकल्पबद्ध हैं और इस दिशा में निरंतर प्रयास जारी है। उन्होंने कहा कि झारखंड के वीर सपूत शहीद जीतराम बेदिया ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ आंदोलन को जो बिगुल फूंका, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। देश ऋणी है उन क्रांतिवीरों का, जिन्होंने देश को गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराने के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया।
युवाओं को वीर शहीदों के बलिदान से प्रेरणा लेकर राज्य और देश निर्माण में योगदान देना चाहिए तथा इतिहास पुनर्लेखन के लिए आगे आना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि हमें झारखंड के महानायकों एवं उनके विचारों को समझना होगा, नीति-निर्णयों में शामिल करना होगा। यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
कार्यक्रम में ही मुंडा, संजय महतो, जैलेन्द्र कुमार, रामधन बेदिया, दिलीप बेदिया, रौशन मुंडा, जलनाथ चौधरी, विरेंद्र सिंह भोगता, आतिश महतो, कामेश्वर महतो, मुखिया मंजोती देवी, सारथी देवी, सुमित्रा देवी, प्रतिमा निर्माण समिति के अध्यक्ष बुधराम बेदिया, शंकर बेदिया, पंसस दिलीप बेदिया, सरणी देवी, पारसनाथ उरांव, रामकिशोर बेदिया, मनोज बेदिया, सोमरा बेदिया, सिल्ली प्रमुख जितेंद्र बड़ाईक, महेश बेदिया सहित अन्य उपस्थित थे।