Ranchi: कोडरमा विधायक व पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव ने हेमंत सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि धोखेबाज हेमंत सरकार ने सबसे ज्यादा युवाओं को ठगने का कार्य किया है। हेमंत सरकार ने रघुवर सरकार के कार्यकाल की योजनाओं को ठप कर शिक्षा के कार्यों को रोकने का कार्य किया है।
वे शुक्रवार को भाजपा के प्रदेश कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि नौ माह की अवधि में बजट का खर्च काफी नीचे रहा है। उच्च तकनीकी शिक्षा के 1092 करोड़ का कुल बजट में मात्र 23.12 प्रतिशत व्यय हुआ है जबकि स्कूली शिक्षा में भी स्थिति बदतर है, 6387 करोड़ के बजट में मात्र 58.14 प्रतिशत ही खर्च हुआ है। हाई स्कूलों में 10 हजार शिक्षकों के पद की रिक्तियां है। देश में 18 विद्यार्थियों पर एक शिक्षक हैं, जो कि झारखंड में 35 विद्यार्थी पर एक शिक्षक तैनात हैं।
नीरा ने कहा कि हाई स्कूलों और प्लस टू में लगभग 70 प्रतिशत प्रिंसिपल के पद रिक्त हैं, जिनमें 50 प्रतिशत सीधे नियुक्ति करनी है। झारखंड के यूनिवर्सिटी और कलेजों की स्थिति बद से बदतर है। 50 प्रतिशत से ज्यादा प्रोफेसर पद रिक्त हैं। नियम के खिलाफ 55 प्रतिशत अस्थायी शिक्षक के भरोसे चल रही है। नियम के अनुसार सिर्फ़ 10 प्रतिशत ही अस्थाई शिक्षक बहाल किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार में रोडमैप बनाकर शिक्षा की स्थिति में बदलाव लाया गया था। शिक्षक नियुक्ति, आधारभूत संरचना और साइकिल वितरण जैसे कार्य करते हुए शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाने का कार्य किया गया था। उन्होंने कहा कि 2014 में सिर्फ 3,269 स्कूलों में बेंच डेस्क थे जबकि रघुवर सरकार ने सभी 34,939 स्कूलों में बेंच-डेस्क लगवाए। राज्य के सभी स्कूलों में अब बिजली और शौचालय की व्यवस्था की गई। 2014 में राज्य में सिर्फ 32 आईटीआई थे जबकि रघुवर सरकार के कार्यकाल में 27 नए आईटीआई बने। उनकी संख्या बढ़कर 59 हो गई है।
उच्च शिक्षा को सुलभ बनाने के दृष्टिकोण से 12 जिलों में महिला महाविद्यालय, 13 जिलों में मॉडल महाविद्यालय एवं 27 अन्य डिग्री महाविद्यालयों सहित कुल 52 नये महाविद्यालयों की स्थापना की गई है। इसके अतिरिक्त 13 पॉलिटेक्निक संस्थान भी खोले गये हैं। रघुवर सरकार ने तकनीकी शिक्षा के प्रसार के लिए कोडरमा एवं पलामू में अभियंत्रण महाविद्यालय एवं गोला में महिला अभियंत्रण महाविद्यालय का निर्माण कराया।
उन्होंने कहा कि पांच नये विश्वविद्यालयों-विनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय, झारखंड रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय, जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय एवं झारखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की स्थापना की गयी है। झारखंड में बेटियों के लिए कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय, जनजातीय बच्चों के लिए एकलव्य स्कूल और पहाड़िया बच्चों के लिए पहाड़िया दिवा कालीन विद्यालय हैं। उन्होंने कहा कि रघुवर काल में बने भवनों को हेमंत सरकार शुरू भी नहीं करवा पा रही है।