Ranchi: झारखंड हाई कोर्ट ने बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में बंद मनी लाउंड्रिंग केस के आरोपितों प्रेम प्रकाश और अमित अग्रवाल की सक्रियता के मामले में सील बंद रिपोर्ट मांगी है। चीफ जस्टिस संजय कुमार मिश्र की बेंच ने मंगलवार को इस मामले में ईडी को सील बंद रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है। झारखंड में लैंड स्कैम, बालू के अवैध कारोबार, शराब टेंडर में हुए कथित घोटाले और अवैध खनन जैसे करोडो रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही केंद्रीय एजेंसी ईडी के अधिकारियों को फर्जी मुकदमे में फंसाने की साजिश रची जा रही थी।
इस सूचना के बाद ईडी ने जेल में छापेमारी भी की, जिसके बाद जेल के तीन अधिकारियों को एजेंसी ने समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया है। छापेमारी के दौरान यह जानकारी मिली कि ईडी के एक अफसर को धुर्वा थाने के द्वारा एसटी-एससी केस में आरोपित करने के बाद एक बार फिर नये सिरे से एक गंभीर किस्म के आरोप में फंसाने की साजिश जेल से ही रची गयी थी।
ईडी ने की बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार के हेड क्लर्क से पुछताछ
बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार (जेल) का हेड क्लर्क दानिश रिजवान मंगलवार को रांची के हिनू स्थित ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचा। ईडी ने उससे पूछताछ शुरू कर दी है। वह ईडी के खिलाफ साजिश के आरोप में पूछताछ के लिए हाजिर हुआ है।
इससे पूर्व सोमवार को बड़ा बाबू सहित तीन को ईडी ने समन भेजा था। इसमें दानिश को मंगलवार को ईडी के जोनल कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा गया था। ईडी के छापेमारी में इस बात का खुलासा हुआ कि हेड क्लर्क दानिश अपने मोबाइल से ईडी के गवाहों को धमकी देता था। छापेमारी के दौरान ईडी ने दानिश का मोबाइल जब्त किया था। ईडी को जांच के दौरान उसके मोबाइल में कई गवाहों के नंबर और बातचीत की रिकॉर्डिंग भी मिली है। पूछताछ के दौरान मोबाइल से मिले साक्ष्य के आधार पर ईडी उससे पूछताछ कर रही है।