आक्रोश रैली की सभा में युवाओं ने लिया हेमंत सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प
Ranchi: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि आज से हेमंत सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। सौ दिन से भी कम आयु इस सरकार की है। जो भी पुलिस और प्रशासनिक पदाधिकारी सरकार के इशारे पर टूल्स की तरह काम कर रहे हैं उन्हें भी चिह्नित किया जाएगा। बाबूलाल मरांडी शुक्रवार काे मोरहाबादी में आयोजित भाजपा युवा मोर्चा के आक्रोश रैली को संबोधित कर रहे थे।
मरांडी ने कहा कि हेमंत सरकार ने झारखंड के युवाओं से प्रतिवर्ष पांच लाख सरकारी नौकरी देने का वादा किया था। नौकरी नहीं तो बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था। बेरोजगारी भत्ता की बात इन्होंने विधानसभा में कही थी। इतना ही नहीं उन्होंने अपना वादा पूरा नहीं करने पर राजनीति से सन्यास लेने की बात कही थी। पांच साल गुजर गए लेकिन हेमंत सरकार युवाओं को सरकारी नौकरी नहीं दे पाई। नौकरी तो दिया नहीं और संन्यास भी नहीं लिया। यदि थोड़ी भी आपमें नैतिकता बची हो तो आपको सार्वजनिक रूप से अपनी वादा खिलाफी को लेकर यहां के नौजवानों और राज्य की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
इस कार्यक्रम में युवा के अलावा गरीब, पीड़ित और बुजुर्ग भी आए थे। युवा आक्रोश रैली के बारे में जब लोगों ने सुना तो उन्हें भी लगा कि इस सरकार ने तो उन्हें भी ठगा है, धोखा दिया है। इसलिए हम सबों को भी चलनी चाहिए। 2019 में घोषणा किया था कि सरकार बनेगी तो गरीबों को साल में 72000 रुपये देंगे। यह पैसा तो गरीबों को सरकार ने दिया नहीं तो पांच साल का जोड़कर हेमंत सोरेन सरकार को यह रकम देनी चाहिए।
दिव्यांगों और वृद्धों को 2500 रुपये महीना पेंशन की बात कही थी, वह भी वादा पूरा नहीं किया। इसलिए गरीबों के साथ ये दिव्यांग, ये बुजुर्ग भी अपना हिसाब किताब आपसे करने आए हुए हैं। सभी को पैसा आपको देना पड़ेगा। इतना ही नहीं ग्रीन कार्ड के माध्यम से 10 लाख गरीबों को पांच किलो अनाज मुफ्त देने का वादा किया था। ये लोग भी पांच साल का राशन लेने के लिए बोरा लेकर पहुंचे हैं इनको राशन दे दीजिए। वैसे आप राशन क्या देंगे, जब उक्त सारे लोग रांची कार्यक्रम में आ रहे थे तो कल से ही इन्हें रोकने की कोशिश किया जा रहा है।
मरांडी ने कहा कि पहले गाड़ी वालों को रोकने की कोशिश की फिर राज्य के हर थाना क्षेत्र में रांची आने वाली हर सड़क पर पुलिस की पहरेदारी लगा दी ताकि कार्यक्रम में लोग पहुंच नहीं सकें। बाबा साहब भीमराव आंबेडकर ने हमें देश के अंदर यह हक दिया है कि हम अपनी मांगों को लेकर रैली, प्रदर्शन, जुलूस, कर सकते हैं। लोकतंत्र में धरना, आंदोलन, रैली करना हर नागरिक का संवैधानिक अधिकार होता है।अपने राजनीतिक और सामाजिक जीवन के 40 वर्षों में हमने पहली बार देखा कि कोई सरकार इस प्रकार से नुकीले तार के कांटों से घेराबंदी कराई है, ताकि युवा और जनता अपनी आवाज बुलंद करने के लिए मोराबादी मैदान नहीं पहुंच सके। हेमंत सोरेन युवाओं का आक्रोश देखकर डरे सहमे हैं, उनकी सरकार घबराई हुई है।
युवाओं के नेतृत्व में झारखंड एक बार फिर उलगुलान को तैयार : अमर बाउरी
नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि झारखंड युवाओं के नेतृत्व में फिर एक उलगुलान के लिए तैयार है। जिन युवाओं को ठगकर यह जुल्मी सरकार सत्ता में आई, उस सरकार को यह डर दिखाना जरूरी था। यह डर अच्छा है हेमंत जी, आप संगीनों के साए में कटीले तार लगाकर एक बुझदील की तरह मुख्यमंत्री आवास में बैठे हुए हैं और राज्य के युवा सड़क में संघर्ष कर रहे हैं। युवा आपके और आपके प्रशासन के रोकने से रुकने वाले नहीं हैं और मैदान में लाखों की उपस्थिति आपकी सरकार का भविष्य बताने के लिए काफी है। इस सरकार को तो बांग्लादेशी घुसपैठियों से प्यार है लेकिन झारखंड के युवाओं को फटकार है। आगामी चुनाव में कमल का बटन दबाकर जिस प्रकार आपकी सरकार को उखाड़कर फेंक देंगे, आपके तार और बेरिकेटिंग को इसी प्रकार राज्य के युवा उखाड़ फेंकेंगे।
पूरे प्रदेश में क्रांति का बिगुल फूंका : संजय सेठ
रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने कहा कि पूरे प्रदेश में क्रांति का बिगुल फूंका जा चुका है। जवाब तो देना ही होगा मुख्यमंत्री जी। अपने जीवन में ऐसी डरी हुई सरकार नहीं देखी। आपने ही नौकरी देने, बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था, वहीं तो जवाब मांगने आए थे लेकिन मिनी आपातकाल आपने लगा दिया। ये जेएमएम, कांग्रेस के लोग इतने भयभीत हैं। दो दिन पूर्व से ही पूरे राज्य में वाहन मालिको को धमकाया जा रहा है। आपने तो मोराबादी आने से रोका पर पूरे प्रदेश में सड़कों पर थाने में जो हुंकार हो रहा है, वह भी अच्छी तरह आप सब सुन लें।
सरकार ने जो भी वादा किया, एक भी पूरा नहीं किया : अर्जुन मुंडा
पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि राज्य की दशा और दिशा से आप सब परिचित हैं। सरकार ने जो भी वादा किया, एक भी वादा पूरा नहीं किया। चाहे युवा हो, किसान हो, महिला हो, दलित हो, आदिवासी हो, पिछड़ा हो, सामान्य हो, किसी वर्ग को कुछ नहीं मिला। ना युवाओं को नौकरी मिली, ना महिलाओं को सम्मान मिला। यह दुर्दशा इस सरकार गठन के प्रारंभ से ही देखा जा रहा है। यह परिवारवादी सरकार बात आदिवासियों की करती है लेकिन एक आदिवासी मुख्यमंत्री को हटाने के लिए कैसी नीति अपनाई गई, देखा गया। यह सरकार हर मोर्चे पर विफल है। योजना में घपला हो रहा, जेपीएससी, जेएससीसी में परीक्षा होने के बाद परिणाम नहीं आ रहा है तो कहीं किस्तों में परिणाम आ रहा है। सरकार की मंशा परीक्षा परिणाम जारी करने में खेल करना चाहती है। स्थानीय नीति और रोजगार के मामले में सरकार फेल है।
आज का कार्यक्रम मील का पत्थर : दीपक प्रकाश
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि आज का यह कार्यक्रम मील का पत्थर साबित होगा। राज्य भर से युवा जेएमएम के निश्चय पत्र में किए गए घोषणाओं का हिसाब लेने आए हैं। झारखंड सरकार ने इस दौरान जो रवैया अपनाया, वह लोकतंत्र विरोधी है। भाजपा कार्यकर्ताओं को रोका गया, इससे साबित होता है कि सरकार डरी सहमी हुई है।
सभी मोर्चे पर सरकार फेल :भानू प्रताप
विधायक सह युवा आक्रोश रैली कार्यक्रम के संयोजक भानू प्रताप शाही ने कहा कि सभी मोर्चे पर आपकी सरकार फेल है। इस सड़ी गली सरकार को धक्का देने के लिए लाखों युवा यहां आए हैं। ना आपकी पुलिस रोक पाई ना प्रशासन, यहां से युवाओं की हुंकार आपके कानों तक जरूर पहुंच रही होगी। हर साल पांच लाख नौकरी, बेरोजगारी भत्ता, नहीं तो राजनीति से संन्यास लेने के आपके वादे को याद दिलाने आए हैं।
लोगों को ठगने और गुमराह करने का काम किया : रोहित चहल
भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय मंत्री रोहित चहल ने कहा कि जिस प्रकार का माहौल झारखंड का है, पूरा देश देख रहा है। यहां के मुख्यमंत्री झूठे और हैं। इन्होंने लोगों को ठगने और गुमराह करने का काम किया। इनके सारे वादे झूठे निकले। घोटाले में सरकार है या सरकार में घोटाला, पता नहीं। कानून व्यवस्था लचर है। तुष्टिकरण की राजनीति चरम सीमा पर है। मुख्यमंत्री का आदिवासी राग केवल ड्रामा है। इस सरकार को केवल परिवार और भ्रष्टाचार से मतलब है। अब बदलाव का वक्त आ गया है। मुख्यमंत्री की चौखट से कुर्सी तक हिलाकर युवा रख देगा। आज युवा अपनी ताकत मुख्यमंत्री को दिखाकर ही दम लेंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष शशांक राज ने कहा कि जब तक राज्य के युवाओं को न्याय नहीं मिल जाता है तब तक यह संघर्ष और आंदोलन जारी रहेगा। राज्य के युवाओं को ठगकर सत्ता हथियाने वाले आज मुंह छिपाकर दुबके हुए हैं। युवाओं के एक एक सवालों का हिसाब और जवाब आपको देना पड़ेगा मुख्यमंत्री जी।
कार्यक्रम के दौरान संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिनेशानंद गोस्वामी, रविंद्र कुमार राय, अभयकांत प्रसाद, यदुनाथ पांडेय, राकेश प्रसाद, सांसद विद्युत वरण महतो, मनीष जयसवाल, ढुल्लू महतो, विधायक सीपी सिंह, नीरा यादव, नारायण दास, आरती कुजूर, विकाश प्रीतम, बालमुकुंद सहाय, योगेन्द्र प्रताप सिंह, अमरदीप यादव, पवन साहू, रूपेश सिन्हा सहित हजारों की संख्या में राज्य के सभी हिस्सों से नेताओं, युवाओं और आम लोग उपस्थित थे।
निर्णायक लड़ाई का आगाज, आज की घटना की हो न्यायिक जांच : बाबूलाल मरांडी
मोरहाबादी में शुक्रवार काे आयोजित भाजपा युवा मोर्चा के युवा आक्रोश रैली में पुलिस की कार्रवाई से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता घायल हाे गए, जिनका रिम्स और अन्य अस्पतालों में इलाज कराया जा रहा है। घायलों को देखने के लिए प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह सहित अन्य वरीय नेता पहुंचे।
बाद में पत्रकाराें से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि मोरहाबादी मैदान में आक्रोश रैली की सभा के बाद मुख्यमंत्री आवास के लिए शांतिपूर्वक मार्च निकाल रहे भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं पर जिस प्रकार का रवैया राज्य सरकार ने दिखाया वह कायरतापूर्ण है। बर्बर तरीके से आंसू गैस और वाटर कैनन का प्रयोग किया गया। आज का दिन लोकतंत्र के काले अध्याय के रूप में दर्ज हो गया। आंसू गैस के गोले दागे गए। इससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत, घबराहट, आंखों से देखने में परेशानी हो रही थी। आंसू गैस के गोले, प्लास्टिक की गोलियां काफी तेज आवाज में चलाई गई। आंसू गैस के गोले मंच के आसपास भी गिरे। राज्य सरकार द्वारा सुनियोजित तरीके से यह कार्रवाई की गई है। मोरहाबादी मैदान के आसपास तीन लेयर में कंटीले तार लगाए गए थे। इस दौरान दर्जनों कार्यकर्ता घायल हो गए।
मरांडी ने कहा कि भाजपा, युवाओं को इंसाफ दिलाने के लिए हेमंत सरकार के हर दमनकारी कदम का मुंहतोड़ जवाब देगी। आज जिस अलोकतांत्रिक तरीके से युवाओं, बेरोजगारों को रांची आने से रोका गया और मेरे संबोधन के दौरान जिस प्रकार से आंसू गैस छोड़कर नुकसान पहुंचाने एवं बाधा डालकर जनमानस को उकसाने का प्रयास किया गया, हम इसके न्यायिक जांच की मांग करते हैं।