Ranchi: झारखंड में दो दिन से हो रही घनघोर बारिश की वजह से कई पुल-पुलिया ध्वस्त हो गए। शुक्रवार देररात रांची के रातू रोड में गरगा नदी पर बना डायवर्सन बह गया, तो शनिवार सुबह बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड में करोड़ों की लागत से बना बोकारो नदी पर बना पुल बह गया। इस दौरान एक ग्रामीण के भी बह जाने की सूचना है।
मुखिया ने बताया कि गोमिया प्रखंड में लगातार 24 घंटे से मूसलाधार बारिश हो रही है। बोकारो नदी का जलस्तर बढ़ गया है। नदी की तेज धार में पुल का एक हिस्सा टूटकर बह गया। बोकारो जिले के गोमिया और पेटरवार पथ को जोड़ने वाले इस पुल के बह जाने की वजह से आवागमन पूरी तरह से ठप है। नदी उफनाई हुई है। इस वजह से पेटरवार और हजारीबाग के बीच आवागमन ठप हो गया है। राजधानी रांची जाने वाली एक भी बस आज बोकारो से नहीं चली।
झारखंड में शुक्रवार को हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हुई है। राजधानी रांची, धनबाद, जमशेदपुर, गढ़वा, पलामू, लातेहार, लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, हजारीबाग, रामगढ़, चतरा, कोडरमा और खूंटी में सुबह से देरशाम तक बारिश हुई। शहरों में सड़कों पर जलभराव से लोगों का चलना दुश्वार हो गया। बारिश ने शहरों की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है। निचले स्थानों पर घरों में पानी घुस गया है।
रांची के निचले हिस्से में बाढ़ जैसे हालात हैं। सैकड़ों घराें में पानी घुस गया है। पानी में फंसे लोगों को रेस्क्यू करने के लिए एनडीआरएफ की टीम को लगाया गया। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा है कि आज (तीन अगस्त) सभी सरकारी और निजी विद्यालयों में अवकाश घोषित किया गया है। बारिश से तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है।
भारी बारिश से भैरवी नदी का बढ़ा जलस्तर, मां छिन्नमस्तिका मंदिर में घुसा बाढ़ का पानी
रामगढ़ जिले में पिछले 48 घंटे से लगातार बारिश हो रही है। जिसकी वजह से नदियों में बाढ़ आ गई है। दामोदर और भैरवी नदी का जलस्तर अचानक से बढ़ गया है। भैरवी नदी में बाढ़ आने की वजह से रजरप्पा मां छिन्नमस्तिका के मंदिर में भी पानी घुस गया है। वहां श्रद्धालुओं के लिए मुख्य द्वार को बंद कर दिया गया है। दूसरे द्वारा से श्रद्धालुओं को प्रवेश कराया जा रहा है।
भैरवी नदी का पानी बली स्थल तक पहुंच गया है। साथ ही अन्य रास्तों में भी पानी घुस गया है, जिसकी वजह से लोगों को परेशानी हो रही है। रजरप्पा मंदिर के मुख्य द्वार के पास सैकड़ो दुकानों में पानी घुस जाने की वजह से भारी नुकसान हुआ है। रामगढ़ जिला प्रशासन और मंदिर न्यास समिति के लोगों ने श्रद्धालुओं को अलर्ट रहने की हिदायत दी है। साथ ही नदी में स्नान करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। मंदिर कमेटी के सदस्यों का कहना है कि अभी बाढ़ आई हुई है जिसकी वजह से जान माल की क्षति होने की संभावना है। अगस्त श्रद्धालु अभी नदी में नहाने के लिए घुसते हैं तो उन्हें खतरा हो सकता है। रामगढ़ में भी जिला प्रशासन ने दामोदर नदी के किनारे रहने वाले लोगों को हाई अलर्ट किया है यहां तक कि पशुपालकों को भी नदी के किनारे नहीं जाने की हिदायत दी है।