Ranchi: कांग्रेस ने महिला आरक्षण के नाम पर देश की आधी आबादी के साथ विश्वासघात करने का आरोप केंद्र सरकार पर लगाया है। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की प्रवक्ता रागनी नायक ने कहा कि संसद का विशेष सत्र केंद्र सरकार की ओर से बुलाया गया था। देश की महिलाएं बड़ी उम्मीद के साथ एकटक इसे देख रही थी कि उन्हें उनके अधिकार, न्याय, इंसाफ शायद इस सत्र से मिलेगा, पर हुआ यह कि जनगणना और परिसीमन की शर्तों के साथ इसे पीएम मोदी ने 2039 तक के लिए टाल दिया। इसके साथ ही मोदी सरकार ने आधी उम्मीद को हताशा में बदला। विश्वासघात किया।
जिस तरह से यह सरकार पहले कहती रही कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो जायेगी, सबकी जेब में 15 लाख रुपये आ जाएंगे, बुलेट ट्रेन मिलने लगेगी, 40 रुपया का पेट्रोल और डीजल हो जायेगा। हर साल 2 करोड़ नौकरी मिलेगी, रुपया और डॉलर समान हो जायेगा. ऐसे ही एक जुमला महिला आरक्षण के नाम पर मोदी सरकार ने दे दिया है। मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर, विधायक शिल्पी नेहा तिर्की, प्रदेश प्रवक्ता राकेश सिन्हा और एम तौसीफ भी उपस्थित थे।
मोदी रीति सदा चली आयी, जो कह जाएं वह कभी ना निभाई
रागनी नायक ने मोदी सरकार पर वादाखिलाफी करने का आरोप लगाया। कहा कि वे जो कहते हैं, कभी पूरा नहीं करते। कहें कि मोदी रीति सदा चली आयी, जो कह जाएं वह कभी ना निभाई । महिला सम्मान, सशक्तिकरण, सुरक्षा के लिए कांग्रेस ने लड़ाईयां लड़ी हैं। उसका इस मामले में शानदार इतिहास रहा है। 1931 में कांग्रेस अधिवेशन के समय ही महात्मा गांधी और नेहरूजी ने महिलाओं को भी समान अधिकार की वकालत की थी।