बहू की बहन और उसके पति ने तीन अन्य के मिलकर वारदात को दिया अंजाम
Ramgarh : शहर के विद्यानगर मोहल्ले में 60 वर्षीया सुशीला देवी हत्याकांड से पर्दा उठ गया है। सुशीला देवी की बहू की बड़ी बहन और उसके पति ने तीन अन्य के साथ मिलकर हत्या और लूट की वारदात को अंजाम दिया था। उसे उम्मीद थी कि इस वारदात में उन्हें लाखों रुपये की संपत्ति हाथ लगेगी, जिससे उनकी आर्थिक तंगी खत्म हो जाएगी। पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि दो फरार हैं।
रामगढ़ एसपी डॉ बिमल कुमार ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि स्नेहा उर्फ रिंकी ने पति आरिफ नैयर उर्फ आर्या के साथ मिलकर लूट और हत्या की योजना बनाई। इसके लिए बहन विद्या उर्फ तनु का घर ही चुना। एसपी ने बताया कि इस वारदात के उद्भेदन के लिए एसआईटी का गठन किया था। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज निकाले और परिवार वालों को दिखाया। अशर्फी प्रसाद और उनके परिवार के सदस्यों ने संदिग्धों की पहचान करने से इनकार कर दिया लेकिन जब अशर्फी प्रसाद के समधी रामगढ़ पहुंचे तो उन्होंने ही बेटी स्नेहा उर्फ रिंकी और दामाद आरिफ की पहचान की।
एसपी ने बताया कि एसआईटी में शामिल अधिकारियों ने पहचान होने के बाद स्नेहा और आरिफ को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की पूछताछ में उन लोगों ने कहा कि इस वारदात में उनके साथ तीन अन्य लोग भी शामिल थे। वे सभी रामगढ़ जिले के ही हैं। उनकी निशानदेही पर रजरप्पा थाना क्षेत्र के रहमत नगर चितरपुर निवासी 21 वर्षीय अफसर अली को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, अभी भी दो अन्य अपराधी फरार हैं। जल्द ही उनकी गिरफ्तारी कर ली जाएगी।
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार लोगों की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू, लूटे गए जेवर, घटना में इस्तेमाल किए गए इंडिगो कार एवं स्कूटी, सीसीटीवी का डीवीआर भी बरामद कर लिया गया है। साथ ही घटना के दौरान जो कपड़े अपराधियों ने पहने थे, वह भी बरामद कर लिए गए हैं।
आर्थिक तंगी और पुरानी रंजिश की वजह से हुई हत्या
एसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान स्नेहा और आरिफ ने इस हत्याकांड के पीछे की सारी कहानी बताई। उन लोगों ने बताया कि रांची में एक बेहतर लाइफ स्टाइल जीने के लिए उन लोगों ने पिछले कई वर्षों में कई काम किए। कपड़े की दुकान, होटल, रेस्टोरेंट और सैलून तक उन लोगों ने खोला लेकिन कोई भी काम सफल नहीं रहा। इस वजह से उनके ऊपर भारी कर्ज हो गया और वह दोनों आर्थिक तंगी से जूझने लगे।
एसपी के मुताबिक, वर्ष 2022 में स्नेहा ने आरिफ नैयर के साथ कानूनी रूप से शादी कर ली, तो उनके पिता और परिवार के अन्य लोगों ने भी उनसे दूरी बना ली। जब कर्जदारों का तगादा ज्यादा होने लगा तो किसी भी कीमत पर मोटी रकम हासिल करने का प्लान स्नेहा और आरिफ ने तैयार कर लिया। स्नेहा ने पति को यह बताया कि उसकी बहन तनु की शादी रामगढ़ में ही हुई है। हाल ही में उन्होंने करोड़ों रुपये की लागत से शहर में मकान बनवाया है। उसे उम्मीद थी कि अशर्फी प्रसाद के घर पर लाखों रुपये कैश और जेवर मौजूद होंगे। यदि वह उसे लूटने में सफल होते हैं तो उनकी सारी तकलीफें दूर हो जाएगी।
एसआईटी में एसडीपीओ परमेश्वर प्रसाद, प्रशिक्षु डीएसपी फौजान अहमद, रामगढ़ थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर अजय कुमार साहू, रजरप्पा थाना प्रभारी नवीन प्रकाश पांडेय, इंस्पेक्टर सतेंद्र कुमार सिंह, बासल थाना प्रभारी कैलाश कुमार, बरकाकाना ओपी प्रभारी मो अख्तर अली, महिला थाना प्रभारी श्वेता कुजूर, सब इंस्पेक्टर आशुतोष सिंह, मो नौशाद, ओमकार पाल, एएसआई सुजीत कुमार सिंह, तकनीकी शाखा सहित रामगढ़, रजरप्पा, बासल एवं बरकाकाना ओपी के सशस्त्र के बल शामिल थे।