आदिवासियों की छीनी जा रही जमीन
Ramgarh : पूरे देश में भाजपा और आरएसएस ने नफरतों का बाजार बना दिया है। लेकिन मैंने इस बाजार में मोहब्बत की दुकान खोल दी है। यह बात रविवार को रामगढ़ जिले के गोला प्रखंड में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने कही। राहुल गांधी का स्वागत कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने झारखंड की परंपरागत संस्कृति के साथ किया। कार्यकर्ताओं के साथ-साथ आम नागरिकों का हुजूम राहुल गांधी को देखने के लिए घंटों इंतजार में खड़ा रहा। इस दौरान कुछ महिलाएं वाद्य यंत्रों के साथ फूल और माथे पर कलश रखे राहुल गांधी की यात्रा में शामिल हुईं।
आम जनों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यात्रा के प्रथम चरण में कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक मैं गया था। उसका नतीजा यह निकला की देश में आम लोगों को यह पता चला कि दो विचारधारा की पार्टी यहां काम कर रही है। एक की विचारधारा नफरत और हिंसा फैलाने की है और दूसरा मोहब्बत से पूरे देश को जोड़ रहा है।
उद्योगपति को मोदी ने थमा दी पूरी अर्थव्यवस्था
राहुल गांधी ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने पूरे देश की अर्थव्यवस्था को एक व्यक्ति के हाथों में थमाने का काम किया है। यही वजह है कि पूरे देश में लोगों पर अन्याय हुआ और युवा वर्ग बेरोजगारी का शिकार हो गया। आज चाह कर भी देश का युवा नौकरी नहीं पा सकता है। छोटे से लेकर बड़े उद्योग और देश के सभी संसाधनों पर दो उद्योगपतियों का कब्जा हो गया है। जिनका नाम पूरा देश जानता है।
बोकारो प्लांट पर भी ठेकेदारों का कब्जा
राहुल गांधी ने कहा कि अभी मैं बोकारो से होकर आया हूं। वहां भी पब्लिक सेक्टर में एक उद्यम है, जिसके हालत काफी बुरे हो गए हैं। वहां भी रोजगार लोगों को मिलता था। लेकिन वहां अब सब ठेकेदार जम गए हैं। राहुल गांधी ने कहा कि वह पूरे देश में हर वर्ग से मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं इस कॉन्ट्रैक्ट लेबर सिस्टम के खिलाफ हूं।
देश का 50 करोड़ मजदूर वर्ग झेल रहा दंश
इस दौरान उन्होंने एक ट्रेड यूनियन के लीडर को भी अपने साथ खड़ा किया और उनसे मजदूरों की बदतर दशा के बारे में बताने को कहा। ट्रेड यूनियन के लीडर ने बताया कि पूरे देश में मजदूरों की आबादी 50 करोड़ है। जिनके हालत काफी बुरे हैं। कांग्रेस के कार्यकाल में उन्हीं मजदूरों को रोजगार मिलता था। सरकारी संस्थाओं के अलावा पब्लिक सेक्टर में भी उन्हें एक अच्छे मानदेय पर नौकरी दी जाती थी। लेकिन आज वह पूरा मजदूर ठेकेदारों के अंदर में काम करने के लिए मजबूर है।