नई दिल्ली।
राज्य सभा की बैठक बुधवार को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई। 14 सितंबर से शुरू हुए संसद के मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में कुल 25 विधेयक पारित किए गए एवं 6 विधेयक सदन के पटल पर रखे गए। पारित विधेयकों में तिलहन, अनाज, दालें, खाद तेल, आलू और प्याज की आवश्यक वस्तुओं की सूची से हटाने वाला विधेयक भी शामिल है। राज्य सभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने राज्य सभा की बैठक अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किए जाने की घोषणा की। मौके पर सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि मानसून सत्र के दौरान 18 बैठक के करने की योजना निर्धारित की गई थी जबकी 10 ही बैठकर हो सकी।
नायडू ने कहा कि कृषि संबंधित विधेयक के पारित किए जाने के दौरान विपक्षी सदस्यों के अमर्यादित आचरण से सदन की गरिमा को ठेस पहुंचा है। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि इस तरह का आचरण दोबारा ना हो। उन्होंने बताया कि सत्र के दौरान सदन में कुल 38. 41 घंटे कामकाज हुआ। उल्लेखनीय है कि संसद के मानसून सत्र के दौरान राज्य सभा की बैठक 14 सितंबर से 1 अक्टूबर तक तय की गई थी। मगर कोरोना महामारी और सांसदों के संक्रमित होने के बढ़ते मामले को देखते हुए सत्र को अवधि से पहले ही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।