कोडरमाl
डोमचांच प्रखंड के टिकैत टोला, मधुबन की रहने वाली राधा, जिसने खुद की शादी (बाल विवाह) के विरुद्ध आवाज बुलंद करते हुए विरोध दर्ज किया था। बच्ची की साहस व पढ़ाई की ओर रुझान देखते हुए उपायुक्त रमेश घोलप स्वयं बच्ची से मिलने उसके गांव पहुंचे। उपायुक्त ने बच्ची से मिलकर उसे सम्मानित करते हुए स्पॉन्सरशिप योजना व सरकार की अन्य योजनाओं का लाभ देखकर शुभकामनाएं दी। उपायुक्त ने कहा कि बच्ची ने जो साहस दिखाया है और समाज के लिए जो मिशाल पेश की है, वह काबिले तरीफ है। इसने बाल विवाह के विरुद्ध आवाज उठाते हुए अपने माता पिता के साथ-साथ लड़के पक्ष के समक्ष भी विरोध दर्ज करा अपनी शादी रोकी है, यह एक अच्छी पहल है। उसके साहस की प्रशंसा करते हुए उपायुक्त ने कहा कि “राधा का यह कदम, दूसरे बच्चों के लिए एक प्रेरणा है। उसपर पूरे जिले को गर्व है। जब बच्चे इस प्रकार के साहसिक कदम उठाते हैं तो, यह सिर्फ उस तक सीमित नहीं रहता बल्कि वह पूरे समाज के लिए मिशाल बन जाते हैं। मुझे राधा पर फक्र है। मैं प्रार्थना करता हूं कि भगवान राधा जैसी बेटी सबको दें। उपायुक्त ने बताया कि गत दिनों नोबेल शांति पुरस्कार विजेता श्री कैलाश सत्यार्थी जी से जब बात हो रही थी तो उन्होंने इस बच्ची का जिक्र किया था और उन्होंने कहा था कि मैं राधा से मिलूं।” उपायुक्त ने कहा कि बाल विवाह के मुद्दे पर प्रशासन, कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रनस फाउंडेशन व अन्य सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर जाकरुता कार्यक्रम चला रहा है।इस मौके पर उप विकास आयुक्त आर रॉनिटा, गोपनीय प्रभारी जयपाल सोय, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी आरती कुमारी, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी नरेंद्र सिंह, प्रखंड विकास पदाधिकारी मनीष कुमार, अंचल अधिकारी मांदेवी प्रिया, सत्यार्थी चिल्ड्रेंस फाउंडेशन के निदेशक श्री ओमप्रकाश पाल व अन्य सदस्य मौजूद थे।
उपायुक्त से बाच-चीत के क्रम में बच्ची ने बताया कि वह बड़ा होकर शिक्षिका बनाना चाहती है। उपायुक्त ने अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए बच्ची को उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की समस्या होने पर वे ब्यक्तिगत रूप से उनसे संपर्क कर सकती है। उपायुक्त ने राधा पांडेय को शॉल देकर सम्मानित किया एवं सरकार के विभिन्न योजनाओं से जोडते हुए स्पॉन्सरशीप योजना अंतर्गत दो हजार राशि का स्वीकृति पत्र प्रदान किया। बच्ची के 18 साल पूर्ण होने तक हर माह 2 हजार की राशि मिलेगी। सुकन्या योजना का लाभ देने हेतु जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को निर्देशित किया गया। साथ ही बच्ची के पिता को वृद्ध पेंशन का लाभ दिया गया। उपायुक्त ने बच्ची के परिवार, जिनका नाम राशन कार्ड में नहीं जोड़ा गया है, उनका राशन कार्ड में नाम जोड़ने की बात कही। साथ ही सभी का गोल्डेन कार्ड बनाने का निर्देश दिये। उपायुक्त ने बच्ची व उसके अभिभावक को आश्वासन देते हुए कहा कि स्कूल व कोचिंग का फीस का बीड़ा जिला प्रशासन उठाएगा। उन्होंने गोपनीय प्रभारी को जिला शिक्षा पदाधिकारी से समन्वय स्थापित करते हुए बच्ची की फीस माफी को लेकर अग्रेतर कार्रवाई के लिए निदेश दिया।
उल्लेखनीय हो की राधा पांडेय कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन द्वारा संचालित बाल मित्र ,ग्राम टिकैत टोला की बाल पंचायत की मुखिया हैl राधा पांडेय की उम्र अभी 16 वर्ष है, लेकिन उसके पिता ने 23 जून को राधा की शादी तय कर दी थी, परंतु राधा ने शादी से इंकार करते हुए कहा कि “हम बाल पंचायत के बच्चे बाल विवाह, बाल मजदूरी के खिलाफ व सभी बच्चों को शिक्षा मिल सके, के लिए अभियान चलाते हैं, तो मैं अपनी खुद की बाल विवाह कैसे कर सकती हूं? इस बात को उसने अपने मां-पिता और होने वाले ससुराल पक्ष को भी फोन करके समझाया। जब वो नही माने तब बाल मित्र ग्राम कार्यकर्ताओं से बात किया। तब जाकर शादी रुक सकी। राधा ने कैलाश सत्यार्थी को भी फोन करके इस बारे में बताया।”