Patna News: राजधानी पटना में मंगलवार दोपहर कंकड़बाग थाना क्षेत्र के राम लखन पथ पर पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ में चार बदमाशों को पकड़ने में पुलिस ने सफलता पाई है। वरीय पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अवकाश कुमार ने बताया शुरूआती जानकारी के अनुसार यह मामला जमीनी विवाद से जुड़ा है। यहां पुलिस के पहुंचने पर अपराधियों की ओर से चार राउंड फायरिंग की गई। इसके बाद पुलिस ने जब जवाबी कार्रवाई शुरू की तो सभी अपराधी बिल्डिंग में छिप गए।
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एसएसपी अवकाश कुमार ने कहा कि पटना के कंकड़बाग थाना क्षेत्र के राम लखन पथ पर फायरिंग और उसके बाद अपराधियों के एक घर में घुस जाने के बाद पुलिस ने उस मकान को चारों तरह से घेर लिया। बाद में अपराधियों की धड़पकड़ के लिए एसटीएफ की टीम को भी बुलाया गया। अत्याधुनिक हथियारों से लैस एसटीएफ के जवानों ने मकान में छिपे अपराधियों को पकड़ने का अभियान चलाया।
एसएसपी अवकाश कुमार ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज भी खंगाला जा रहा है। मुठभेड़ की घटना दोपहर करीब ढाई बजे के आसपास प्रकाश में आई। उसके बाद पहले दो थानों की पुलिस, फिर चार थानों की पुलिस और उसके बाद कई अन्य थानों की पुलिस को घटना स्थल पर बुलाया गया। पटना एसएसपी ने खुद पहुंचकर ऑपरेशन सरेंडर का नेतृत्त्व करना शुरू किया।
एसएसपी ने कहा कि जिस मकान में अपराधी छिपे हुए हैं वह उपेंद्र सिंह नाम के शख्स का है। अपराधियों को सरेंडर करने के लिए पुलिस की ओर से माइकिंग भी की गई। उन्होंने बताया कि चुकी जिस मकान में अपराधी छिपे थे वहां आम नागरिक भी बड़ी संख्या में थे इसलिए अपराधियों को दबोचने के लिए पुलिस ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली। बाद में चार अपराधियों को पकड़ने में सफलता मिली। इसमें एक की पहचान विग्रहपुर निवासी कुख्यात अपराधी धर्मेन्द्र यादव के तौर पर हुई है। पुलिस की गिरफ्त में आये धर्मेन्द्र यादव इलाके के चर्चित और दबंगों में शुमार किया जाता है. दरअसल धर्मेंद्र यादव विग्रहपुर के नामी परिवार से है. रामलखन पथ में उसका अपना बड़ा मार्केट है. इसका भाई बिल्डर हैं. विदित हो की वर्ष 2014 धर्मेंद्र एक निजी अस्पताल की मेड से रेप केस में जेल जा चुका है.इस मामले में केस दर्ज हुआ था और धर्मेंद्र को जेल हुई थी।उल्लेखनीय है कि अपराधियों को सरेंडर कराने के अभियान में पुलिस और एसटीएफ के जवानों के साथ ही ब्लैक वर्दीधारी कमांडों को भी मोर्चा पर लगाया गया। पटना में इस तरह से अपराधियों को सरेंडर कराने का अभियान लम्बे अरसे बाद देखने को मिला है।