पटना।
बहाली की मांग को लेकर गर्दनीबाग में धरने पर बैठे नियोजित शिक्षक अभ्यर्थी संगठन, बिहार टीईटी –2017/सीटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी पर मंगलवार को पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज में कई अभ्यर्थी घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लाठीचार्ज से धरना स्थल पर अफरा-तफरी मच गई। कुछ अभ्यर्थियों के सिर भी फूटे व कई के हाथ में भी चोटें आई हैं। लाठीचार्ज पर नियोजित शिक्षक संघ द्वारा सरकार पर हमला बोला गया है। अभ्यर्थियों का कहना है कि वे कड़ाके के ठंड में अपनी मांगों को लेकर शांति पूर्वक धरने पर बैठे थे। तभी करीब 3:30 बजे सैकड़ों की संख्या में पुलिसकर्मी वहां पहुंच गए। पुलिस कर्मियों ने धरना स्थल के दोनों गेट को बंद कर अचानक लाठी चार शुरू कर दी। लाठीचार्ज से घबराए अभ्यर्थी वहां से भागने लगे। जिसे पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। घायलों में कई महिला अभ्यर्थी भी शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार लाठीचार्ज में करीब 25 अभ्यर्थी घायल हुए हैं। पुलिस ने लाठीचार्ज के दौरान दिव्यांग व्यक्तियों को भी नहीं बख्शा। उल्लेखनीय हो कि बहाली की मांग को लेकर राज्य के विभिन्न जिलों से तकरीबन 5000 अभ्यर्थी पिछले कुछ दिनों से पटना में जमे हुए थे। उनका आरोप है कि प्रारंभिक शिक्षक नियोजन के लिए काउंसिल की तिथि जारी करने के बजाय सरकार लगातार विलंब कर रही है। प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर जल्द बहाली नहीं की गई तो वे आत्महत्या कर लेंगे। इन्हें डर है कि सरकार पूरी प्रक्रिया को पंचायत चुनाव का बहाना बनाकर उलझाने में लगी है।
इधर गर्दनीबाग में धरने पर बैठे नियोजित शिक्षकों से मिलने पहुंचे राजद प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बजट सत्र छोटा करने पर पार्टी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के को घर से निकलने नहीं देगी। सड़क पर उतरकर आंदोलन करेगी। वहीं नियोजित शिक्षक अभ्यर्थियों के बारे में कहा कि बिहार में शिक्षकों को सरकार ना जाने क्या समझ रखा है। उन्होंने शिक्षा मंत्री को निशाने पर लेते हुए कहा कि उनके परिजन पर गंभीर आर्थिक आरोप लगे हैं। सीबीआई जांच चल रही है। इससे आहत होकर वे शिक्षकों के बारे में अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं।