Koderma : बागीटांड स्थित होटल शांति मोटल फेमली रेस्टुरेंट में शनिवार की रात शराब पीने को लेकर हुए विवाद में होटल के मैनेजर व स्टॉफ की गो/ली मारकर ह/त्या की घटना का पुलिस ने महज तीन घंटे में उद्भेदन करा घटना में शामिल पांच अपराधियों को गिरफ्तार करते हुए एक नाबालिग को निरुद्ध किया है।
पकड़े गए लोगों में पटना जिला निवासी दिलखुश सिँह, बेगूसराय जिला निवासी आयुष कुमार, नवादा जिला निवासी गुलशन कुमार, चिंटू कुमार व सुधाशु कुमार के अलावे एक नाबालिग़ के नाम शामिल है। मामले में पुलिस उपयोग मे लाये गए पिस्टल, छह खोखा तथा उनके दो वाहन के अलावे पांच मोबाइल को भी बरामद कर लिया है।
मामले को लेकर एसपी अनुदीप सिँह ने रविवार को बताया की 22 जून को संध्या लगभग 08.20 बजे पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि कोडरमा थानान्तर्गत बागीटाङ स्टेडियम के पास शांति मोटल में कुछ अपराधियों द्वारा रेस्टुरेंट मैनेजर एवं रेस्टुरेंट के स्टाफ को गोली मार दिया गया। मामले की सूचना प्राप्त होते ही पुलिस अधीक्षक द्वारा मामले पर तुरंत संज्ञान लेते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु विशेष छापेमारी दल का गठन कर पूरे जिले में नाकाबंदी किया गया, । जिसके कारण अपराधी कहीं भाग नहीं पाये । अपराधी अपनी टाटा नेक्शन वाहन को कोडरमा घाटी में छोड़कर दूसरे वाहन से भागने की फिराक में थे। लेकिन पुलिस ने दिबोर घाटी के जगल से गिरफ्तार कर लिया।
कोडरमा पुलिस अपराधियों कि गिरफ्तारी हेतु पूरे जंगल में सर्च अभियान चलाया। इस अभियान में जिले के सभी थाना प्रभारी एवं भारी संख्या में पुलिस बल को प्रतिनियुक्त किया गया। सर्च अभियान के क्रम में जंगल से घटना घटित होने के 3 घण्टे के अन्दर कोडरमा पुलिस द्वारा काण्ड में संलिप्त 06 अपराधी कर्मी जिसमें एक नाबालिग है, काण्ड में प्रयुक्त पिस्टल के साथ पकड़ा गया। जिसने 05 अपराधी को गिरफतार किया गया एवं एक नाबालिग को निरुद्ध किया गया।
एसपी ने बताया की घटना घटित होने के कारण पता लगाने पर यह पता चला की 22 जून को लगभग संध्या चार बजे उपरोक्त अपराधी शांति मोटल फैमिली रेस्टुरेंट में आया एवं खाना का ऑडर दिया। तत्पश्चात् उक्त अपराधियों ने गाड़ी से एक पेटी बियर लाकर पीने लगा। यह देखकर रेस्टुरेंट मैनेजर एवं स्टॉफ द्वारा विरोध किया गया कि यह फैमिली रेस्टुरेंट है।यहां शराब पीना मना है परन्तु वे नहीं माने एवं जबरदस्ती शराब पीने लगा। इस बात पर अपराधी रेस्टुरेंट मैनेजर स्टॉफ से उलझ गये फिर उस समय मामला शांत हो गया एवं बीयर पीना बंद कर दिया। फिर खाना खाने के बाद बिल भुगतान को लेकर उनका रेस्टुरेंट मैनेजर व स्टॉफ के साथ कहासुनी व हाथापाई हो गई। इसके बाद सभी अपराधी होटल से निकलकर चले गए एवं अन्यत्र कही बियर शराब आदि का सेवन किया।
शराब का सेवन करने के पश्चात पुन रात्री लगभग 08:20 बजे उसी रेस्टूरेट में आये एवं काउन्टर में बैठे नसीम एराकी एंव अजार आलम को गोली मारकर टाटा नेल्हन वाहन से भाग निकले । गोली लगने के कारण नसीम एराकी की घटनास्थल पर ही मौत हो गयीं एवं अजार आलम उफ राजन की इलाज हेतु सदर अस्पताल लाया गया जाचोपरात के बाद उसे भी मृत घोषित किया गया।
उन्होंने बताया की इस संबंध में कोडरमा थाना काण्ड संख्या-141/2024 धारा-302/34 भा०प०वि० एवं 27 आर्म्स एक्ट दर्ज़ करते हुए पांच अपराधियों को न्यायिक हिरासत एवं 01 नाबालिक को बाल सुधार गृह भेजकर विधि सम्मत अग्रतर कार्यवाई की जा रही है।उन्होंने बताया की अपराधी दिलखुश सिँह द्वारा गोली फायर किया गया था। सभी अपराधियो का पहले से भी आपराधिक इतिहास रहा है।एसपी ने बताया कि पुलिस टीम में एसडीपीओ जीतवाहन उरांव, डीएसपी मुख्यालय पुरुषोत्तम कुमार सिंह, प्रशिक्षु डीएसपी दिवाकर कुमार, कोडरमा थाना प्रभारी सुजीत कुमार के अलावा विभिन्न थानों से अरविंद कुमार, विकास पासवान, सौरभ कुमार शर्मा, प्रवीण कुमार, बमबम कुमार और पुलिस बल के जवान शामिल थे।
बिहार से शराब पीने आए थे युवक
जानकारी अनुसार बिहार से शराब पीने के लिए पांच युवक कोडरमा के इस होटल पहुंचे थे। पांचों युवकों ने होटल में जमकर शराब पी। इसके बाद होटल संचालक और शराब पी रहे युवकों के बीच पैसे के भुगतान को लेकर कहासुनी हुई। विवाद के दौरान होटल संचालक और अन्य कर्मियों ने मिलकर युवकों की जमकर धुनाई कर दी। इसके बाद युवकों ने होटल में भुगतान किया और धमकी देकर वहां से चले गए।
मारपीट की घटना के दो घंटे के बाद एक बार फिर से पांचों युवक होटल पहुंचे और गोली चलाने लगे। गोलीबारी में होटल मैनेजर मोहम्मद नसीम एराकी (30) और एक अन्य कर्मी अमजर आलम उर्फ राजन (32) की गोली लगने से मौत हो गई। होटल के अन्य कर्मचारियों ने किसी तरह भागकर जान बचाई।
घटना को अंजाम देने के बाद पांचों युवक पहले से खड़ी कार में सवार हुए और भाग निकले लेकिन हड़बड़ी में भागने के दौरान कोडरमा घाटी में कार डिवाइडर से टकरा गई। इसके बाद युवकों ने कार को वहीं छोड़ दिया और जंगल के रास्ते भागने लगे। बताया जाता है कि युवकों ने भागने के लिए बिहार से दूसरी गाड़ी भी मंगवा ली थी लेकिन पुलिस की दबिश ओर घाटी की घेराबंदी में पांचों युवक बिहार झारखंड की सीमा पर ही पकड़ लिए गए।