बेगूसराय।

बेगूसराय पुलिस ने जिस शव का पोस्टमार्टम सड़क हादसा बताते हुए कराया था उसके शरीर में एक गोली होने की पुष्टि हुई है। मृतकों के परिजनों के दबाव में बुधवार की रात को दुबारे एक्सरे कराने पर यह मामला सामने आया है। यह दांव पुलिस पर भारी पड़ गया है और उनकी कार्यशैली की निंदा हर और हो रही है। अधिकारी भी फिलहाल इस मामले में कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
जानकारी अनुसार पुलिस ने गोली मारकर हत्या किए गए घुमक्कड़ शिबू कुरेरी के शव का पोस्टमार्टम सड़क हादसा बताते हुए बुधवार की शाम को कराया था। पोस्टमार्टम के बाद शव मिलते ही मृतक के परिजनों को इसकी भनक लगी तब वे लोग रात को शव को लेकर दोबारा पोस्टमार्टम कराने सदर अस्पताल आ गए और पुलिसिया कार्यशैली के खिलाफ सदर अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया। इस पर जुटे ग्रामीणों ने भी शव का दोबारा पोस्टमार्टम के लिए दबाव बनाया। तब शव का एक्सरे कर शरीर में एक गोली मौजूद होने की पुष्टि की गई । बताया जाता है कि पुलिस ने अपनी करनी पर पर्दा डालने की नियत से हत्या के इकलौते प्रत्यक्षदर्शी गवाह को बंधक बनाकर उसे मीडिया के सामने आने से रोका और डराया धमकाया भी।
मुफस्सिल थाना क्षेत्र के भट्ठी निजामत निवासी किरानी कुरैशी ने बताया कि बुधवार को सातनपुर निवासी शिबु साइकिल से एक बगीचे में मधुमक्खी का छत्ता खोजने जा रहा था। इस दौरान एनएच-28 पर फुलवड़िया थाना क्षेत्र के बगराहा डीह कोयला डिपो के समीप हथियार से लैस बाइक सवार दो बदमाशों ने शिबू को गोली मारकर हत्या कर दी और गले से सोने का चकती लेकर भाग निकले। दीपू के पीछे चल रहा किरानी जब चिल्लाते हुए भागा तो बदमाशों ने उस पर भी दो गोली दागी पर वह बच निकला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सड़क हादसा बताकर उसका पोस्टमार्टम कर दिया।