कोडरमा ।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत काम मिलने की बात कहकर अपने दोस्तों से कंप्यूटर समेत अन्य उपकरण खरीदने के नाम पर करीब 45 लाख रुपए कर्ज लेकर फरार हुए शहर के भालोटिया मोहल्ला श्याम बाबा पथ वार्ड संख्या 14 निवासी आशीष शर्मा पिता नंदकिशोर शर्मा एवं चंदन शर्मा पिता सावरमल शर्मा को पुलिस ने राजस्थान से गिरफ्तार किया है। इसे लेकर गुरुवार को तिलैया थाना में आयोजित प्रेसवार्ता में एसडीपीओ अशोक कुमार ने बताया की गत 22 मई को ठगी को लेकर मामला दर्ज किया गया था। पुलिस अधीक्षक डॉ. एहतेशाम वकारीब के निर्देश पर गठित विशेष टीम ने तकनीकी शाखा के सहयोग से कांड के प्राथमिक अभियुक्तों को राजस्थान के सीकर जिला अंतर्गत सांवली नामक स्थान से गिरफ्तार किया है। गौरतलब हो कि भालोटिया मोहल्ला श्याम बाबा पथ वार्ड संख्या 14 निवासी आशीष शर्मा व चंदन शर्मा ने अपने करीब 16 दोस्तों से प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में काम मिलने की बात कहकर कंप्यूटर समेत अन्य उपकरण खरीदने के लिए करीब 45 लाख का कर्ज लिया था। पैसा नही चुकाने पर उसने अपने घर व जमीन के कागजात भी दिए थें। मामले में बली राज, सोनू कुमार, सुमित कुमार सिंह, विशाल कुमार, दीपक सिंह, मनेाहर साव, उपेंद्र कुमार, राजन सिंह, चंदन सिंह, दीपक दास, रंजीत यादव, राहुल सिंह, पंकज कुमार, रवि यादव अभिषेक कुमार व अमित जयसवाल की ओर से मामला दर्ज कराया गया था। निर्धारित तिथि को जब ये लोग पैसा लेने उसके घर पहुॅचें तो घर को बंद पाया था।
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि दोनों अभियुक्त सांवली में अपनी पहचान छुपा कर चाय दुकान चला कर अपना जीवन यापन कर रहे थे। साथ ही दोनों ने अपना मोबाइल नंबर भी बदल दिया था। गिरफ्तार अभियुक्तों ने पुलिस को बताया कि दोनों प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षण देते थे। प्रशिक्षण कार्य हेतु कंप्यूटर समेत अन्य उपकरण खरीदने हेतु अपने 16 परिचितों से कर्ज के तौर पर रुपये लिए थे। कौशल विकास योजना के भुगतान में हो रही देरी और बढ़ते कर्ज के दबाव में दोनों अपने घर को बंद करके फरार हो गए थे। पुलिस ने अभियुक्तों के पास से एक एंड्राइड एवं एक कीपैड मोबाइल बरामद किया है। मौके पर तिलैया थाना प्रभारी द्वारिका राम समेत अन्य कई पुलिसकर्मी उपस्थित थे।