कोडरमा। रामनवमी शोभायात्रा के दौरान दो पक्षो के बीच हुए विवाद के मामले को शांति समिति की बैठक में सुलझाने के बाद दुर्गापूजा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान एक समुदाय के खिलाफ की गई नारेबाजी का वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने बुधवार की रात एक समुदाय के 19 लोगो को गुरूवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जबकि पकड़े गए 5 नाबालिग को ऑबर्जेशन होम भेजने की तैयारी चल रही है। इसको लेकर इलाके में आक्रोश है। गौरतलब हो कि मामले में पुलिस ने 28 लोगों को गिरफ्तार किया था। बाद में साक्ष्य नही मिलने की बात कहकर 4 लोगों को पीआर बॉड पर छोड़ दिया था।
लोकाई सहित अन्य क्षेत्र की आक्रोशित महिलाओ ने इसको लेकर पुलिस पदाधिकारियों के समक्ष कोडरमा परिसदन में धरना दिया। बाद में कोडरमा बाजार भी बंद कराया गया। घटना के शामिल महिलाओं का आरोप है कि परीक्षार्थी बच्चो को अनावश्यक रूप से पकड़ा है। कोडरमा परिसदन में कैंप कर रहे एडीजी एवी होमकर, बोकारो आईजी असीम विक्रांत मिंज और डीआईजी नरेंद्र सिंह के साथ कोडरमा सांसद सह केंद्रीय राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी और विधायक डा. नीरा यादव ने इस विषय पर चर्चा की।
सांसद और विधायक ने घटना को लेकर पुलिसिया कार्यशैली पर सवाल भी उठाया है। केंद्रीय राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि पुलिस की कार्रवाई एकतरफा है। शांति समिति की बैठक में दोनो पक्षो ने शांति बहाल करने पर सहमत हुए तो एक समुदाय को चिन्हित कर कार्रवाई करना दुर्भाग्यपूर्ण है। पुलिस देर रात को घरो में घुस कर लोगो काे पकड़ रही है। मैट्रिक और इंटर के परीक्षार्थियों को भी उठाया गया है। पुलिस जांच में दोषी पाए जाने वाले दोनो समुदायो के लोगो पर ही कार्रवाई की जानी चाहिए। विधायक नीरा यादव ने भी पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाई है। इसके बाद पुलिस ने कुछ लोगो को पीआर बांड पर छोड़ा है।