कोलकाता।
पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पुरुलिया में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ममता सरकार ने 10 सालों में यहां के लोगों को पिछड़ेपन की ओर धकेल दिया है। भेदभाव वाले रवैया के कारण पुरुलिया में जल संकट की स्थिति पैदा हो गई, इसके लिए राज्य सरकार जिम्मेवार है। 10 वर्ष के कार्यकाल में तृणमूल सरकार पुरुलिया में एक पुल का निर्माण नहीं कर सकी है। मोदी ने कहा कि 2 मई के बाद भाजपा की सरकार बनेगी तो राज्य का तेजी से विकास होगा। पानी का संकट दूर होगा। युवाओं को रोजगार देने के लिए कौशल विकास पर फोकस किया जाएगा।
मोदी ने कहा की ममता दीदी कह रही है कि खेला होबे लेकिन अब खेल खत्म होगा और विकास होबे। पीएम ने कहा कि कल रात में 24 परगना में दर्जन से ज्यादा जगहों पर बम बाजी हुई है, यह ठीक नहीं है। दीदी के राज में क्राइम है, क्रिमिनल है लेकिन वे जेल में नहीं है। माफिया है, घुसपैठिए हैं पर वे खुलेआम घूमते हैं। सिंडिकेट है स्कैम है पर कार्रवाई नहीं होती है। केंद्र सरकार की नीति डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर है। जबकि टीएमसी यानी ट्रांसफर माय कमीशन है।
मोदी ने कहा की दीदी अचानक बदली बदली सी दिख रही हैं। यह हृदय परिवर्तन नहीं है, यह हारने का डर है। बंगाल में नक्सलियों की नस्ल पैदा करने में ममता की भूमिका सबसे बड़ी है। इसका नुकसान यहां के लोगों को उठाना पड़ रहा है। नरेंद्र मोदी ने पुलवामा हमले का जिक्र करते हुए कहा कि ममता दीदी और उसकी पार्टी का उस समय का व्यवहार लोग भूल नहीं सकते। ये लोग उस समय आतंकवादियों के साथ खड़े थे। एनकाउंटर पर सवाल खड़ा कर रहे थे। तुष्टीकरण के लिए यह लोग किसी भी हद तक जा सकते हैं। तुष्टीकरण के नाम पर यहां के युवाओं का हक छीना जा रहा है। उन्होंने बंगाल में केंद्र सरकार की योजनाओं का जिक्र किया। कार्यक्र में सबसे पहले पीएम ने बांग्ला भाषा में संबोधन की शुरुआत करते हुए क्षेत्र के मनीषियों को नमन किया।