बेगूसराय। बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर सोमवार को गंगा स्नान के लिए बेगूसराय तमाम गंगा घाटों पर जन सैलाब उमड़ पड़ा। सबसे अधिक भीड़ उत्तर वाहिनी गंगा तट सिमरिया गंगा धाम में पड़ी, यहां स्नान करने के लिए बिहार ही नहीं पड़ोसी देश नेपाल से भी विदेशी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी रही। पूर्णिमा के मौके गंगा स्नान कर शारीरिक, मानसिक सुख और मोक्ष की कामना के साथ गंगा स्नान करने के लिए रात से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुु पहुंच गए थे। जिसकेे बाद अहले सुबह तीन बजे से ही हर हर गंगे के जयकारा के बीच श्मशान घाट से रामघाट तक के सभी घाटों पर शुरू स्नान का सिलसिला लगातार जारी है। इस दौरान एक लाख से अधिक श्रद्धालुओंं केे गंगा स्नान करने का अनुमान लगाया जा रहा है।
गंगा स्नान के बाद पौराणिक समय से चले आ रहे दान और पूजा की परंपरा के तहत श्रद्धालुओं ने सिमरिया धाम के विभिन्न मंदिरों में पूजा-अर्चना तथा गुरु पूजन किया। इस मौके पर सर्वमंगला सिद्धाश्रम में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगी रही। मौके पर सर्वमंगला सिद्धाश्रम में स्वामी चिदात्मन जी ने कहा कि गंगा आदि काल से सदैव मोक्ष दायिनी रही है और मोक्षदायिनी रहेगी। गंगा स्नान और पूजन से सभी प्रकार के लोभ, मोह, ईर्ष्या और पाप का शमन होता है, लौकिक और पारलौकिक गति की प्राप्ति होती है। उसमें भी आदि कुंभ स्थली सिमरिया धाम में गंगा स्नान से कई गुणा अधिक फल प्राप्त होता है।
पूर्णिमा को लेकर श्रद्धालुओं को अधिक पानी में जाने से रोकने के लिए अनिल निषाद सहित गोताखोरों की पूरी टीम मौजूद थी। दूसरी ओर मगध एवं नेपाल से आने वाले हजारों भक्तों ने अपनी भगतई की सिद्धि की। पूर्णिमा के अवसर पर सिमरिया के अलावे चमथा, झमटिया, अयोध्या, मधुरापुर, सिहमा, चाक-छितरौर, मीरअलीपुर एवं राजघाट साहेबपुर कमाल सहित तमाम गंगा घाटों पर भी श्रद्धालुओं ने स्नान किया।