पटना।
जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव ने कहां है कि उनका गठबंधन पीडीए घरों में बैठकर ट्वीट ट्वीट नहीं खेलता बल्कि सड़कों पर उतर कर आम आवाम के लिए संघर्ष करने पर विश्वास रखता है। पप्पू यादव रविवार को इंडिया माइनॉरिटी फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद एसएम आसिफ, ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बसी अहमद द्वारा पीडीए को समर्थन देने के लिए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मौके पर उन्होंने कहा कि बिहार 30 सालों से अपने को ठगा महसूस कर रहा है। उनका गठबंधन सब को सम्मान देकर चलने वाला है। उन्होंने कहा कि एनडीए हो या महागठबंधन। इन दलों में छोटे दलों को सम्मान नहीं दिया जाता है। उन्होंने याद दिलाया कि लालू प्रसाद ने कैसे वामपंथी दलों को पहले गठबंधन में शामिल किया और बाद में उनको टुकड़ों में विभक्त कर दिया।
पप्पू यादव ने कहा कि जिस तरह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रामविलास पासवान के बारे में रवैया अपनाया है वह राजनीति का दुर्भाग्य है। विपक्षी गठबंधन से जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा के अलग होने पर उन्होंने कहा कि यह जिम्मेवारी कांग्रेस की बनती थी। कांग्रेस को गठबंधन के तहत इन दलों का हिफाजत करनी चाहिए थी मगर उसने ऐसा नहीं किया।
पप्पू यादव ने कहा कि विकासशील इंसान पार्टी वीआईपी के मुकेश साहनी और रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के लिए पीडीए का दरवाजा खुला है। वे बिहार के मुख्यमंत्री बने मगर बिहार को बचाने के लिए पीडीए के साथ आएं। समारोह के दौरान अर्जक अधिकार दल, आजाद भारत पार्टी, इंडियन बिजनेस पार्टी, शोषित समाज पार्टी, राष्ट्रीय जन उत्थान पार्टी, पिछड़ा समाज पार्टी और भारतीय संगम पार्टी ने भी पीडीए को समर्थन देने की घोषणा की।