दरभंगा।

गत 17 जून को दरभंगा स्टेशन पर पार्सल में हुए धमाके की जांच में बिहार एसटीएस के साथ तेलंगाना और यूपी का आतंकवाद निरोधक दस्ता को मामले में अहम सुराग हाथ लगे है। इसमें चार संदिग्धो के शामिल होन की बात सामने आई है। इसमें दो भारत के है, जबकि दो के विदेश में होने की बात कही जा रही है। जांच एजेंसियों ने कुछ संदिग्धो को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पार्सल तेलंगाना के सिकंदराबाद से भेजा गया था और पार्सल पर अंकित मोबाईल नंबर उत्तर प्रदेश के शामली का है।ब्लास्ट का कनेक्शन तेलंगाना, बिहार और उत्तर प्रदेश के रास्ते जम्मू-कश्मीर तक जा पहुंचा है। जो एक बड़ी साजिश की तरफ इशारा कर रहा है। जम्मू की जेल में बंद बिहार के छपरा के मढ़ौरा का रहने वाला मो. जावेद पर आतंकवादियों को हथियार सप्लाई करने का आरोप है। दरभंगा ब्लास्ट में रेल पुलिस के सामने जिस मो. सूफियान का नाम सामने आया,उसकी तलाश चल रही है। एटीएस सूत्रों के मुताबिक मो. सूफियान जम्मू के जेल में बंद मो. जावेद का ही साथी है। आपस में इन दोनों का पुराना कनेक्शन है।संभावना है कि जल्द बिहार आतंक निरोधी दस्ता (एटीएस)की टीम जम्मू जा सकती है और वहां जेल में बंद जावेद से इस मामले पर पूछताछ कर सकती है।
उल्लेखनीय हो कि दरभंगा रेलवे स्टेशन पर भेजे गए पार्सल में कम क्षमता का विस्फोट 17 जून को हुआ था। जांच के दौरान कपड़ो के जिस पार्सल में धमाका हुआ था उसमें एक शीशी भी बरामद हुई है, जिसमें केमिकल था। बताया जाता है कि कपड़ो के बंडल की आड़ में उसी केमिल को संदिग्धों तक भेजा जाना था। शीशी में भरे केमिकल की भी जांच करायी जा रही है। ब्लास्ट का तार विदेश से जुड़े होने की आशंका के कारण फिलहाल कोई भी अधिकारी अभी कुछ बोलने को तैयार नहीं है।