पलामू।
भाजपा कार्यकर्ता सह व्यवसायी जितेंद्र गुप्ता उर्फ जीतू गुप्ता की सरेआम हत्या से उबले पांकी के व्यवासयियों ने घटना के दूसरे दिन मंगलवार को अपनी अपनी दूकाने बंद रखी। यह बंदी स्वयंस्फूर्त ढंग से हुआ। जीतू की शादी जल्द होने वाली थी। हाल में उसकी सगाई हुई थी। जीतू की हत्या से पांकी में सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे है। पुलिस को अब तक हत्यारे का सुराग नहीं मिला है। संवेदनशील इलाके में सीसीटीवी कैमरे भी नहीं है। मेदिनी राय मेडिकल कालेज अस्पताल से पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार को शव परिजनों को सौंप दिया गया। शव घर पहुंचते ही परिजनों के चीत्कार से सभी की आंखें नम हो गई। पांकी के विधायक डा. शशिभूषण मेहता व पूर्व विधायक देवेंद्र सिंह मृतक के घर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दी।
मालूम हो कि बेखौफ अपराधियों ने सोमवार की शाम को शहर के राम जानकी मंदिर के पास जीतू गुप्ता और एक राहगीर सफीक मिंया को गोली मार दी थी। जीतू उस समय मंदिर के सामने एक प्लाई की दूकान में बैठे थे। उसी समय बाइक से तीन अपराधी वहां पहुंचे और जीतू को नजदीक से चार गोली मार दी। इसके बाद बाजार से घर लौट रहे एक राज मिस्त्री सफीक मियां को भी अपराधियों ने गोली मार दी। घायल का इलाज कराया जा रहा है। उल्लेखनीय हो कि 10 वर्ष पूर्व जीतू के भाई की हत्या हुई थी। चार भाईयों में जीतू सबसे छोटे थे। जीतू ब्लॉक स्तर पर ठेकेदारी करता था।