New Delhi. बजट-2023 पेश होने के बाद अब संसद में घमासान मच गया क्योंकि विपक्ष हिंडनबर्ग-अडानी के मुद्दे पर चर्चा कराना चाहता है। स्थगन प्रस्ताव के नोटिस दोनों सदनों में दिए गए थे। लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसद हंगामा करने लगे।
लोकसभा और राज्यसभा 2 बजे तक स्थगित
ऐसे में 3-4 मिनट में ही स्पीकर ने लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। राज्यसभा के सभापति ने भी नोटिस को उचित नहीं माना। इस पर सदस्य शोर मचाने लगे। इसके बाद उच्च सदन की कार्यवाही भी दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
अडानी के मुद्दे पर संसद में विपक्ष का हंगामा
दरअसल आज कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने चीन के साथ बॉर्डर के हालात पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया था। यही नहीं अडानी एंटरप्राइजेज के खिलाफ हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर भी विपक्षी सांसद चर्चा करना चाहते थे और दो सांसदों ने स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया था। सीपीआई (एम) राज्यसभा सांसद डॉ. वी शिवदासन ने भी रूल-267 के तहत हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर चर्चा के लिए नोटिस दिया था लेकिन दोनों ही सदनों में सभापति ने इसे स्वीकार नहीं किया।
बजट की घोषणाओं पर भाजपा के नेता तारीफ कर रहे हैं वहीं पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने इसे संवेदनहीन बजट बताया है और कहा कि इसने ज्यादा लोगों की उम्मीदों को ठेस पहुंचाई है।
प्रश्नकाल शुरू होते ही मचा हंगामा। स्पीकर ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों से कहा कि आप सदन की मर्यादा को लांघ रहे हैं। उन्होंने सभी सदस्यों को अपनी सीट पर जाने को कहा तो फिर शोर-शराबा बढ़ गया। बिरला ने कहा कि प्रश्नकाल सदन का महत्वपूर्ण समय होता है। इसके बाद भी शोर-शराबा नहीं थमा तो लोकसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित हो गई।
इससे पहले सदन में आने से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टॉप मंत्रियों के साथ बैठक की थी। समझा जाता है कि विपक्ष के हमले रोकने के लिए रणनीति बनाई गई। वहीं विपक्षी दलों के नेताओं ने भी आज के लिए रणनीति बनाई थी। विपक्ष की बैठक में शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता और सांसद संजय राउत भी पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियां संसद के दोनों सदनों में हिंडनबर्ग रिपोर्ट और अडानी का मुद्दा उठाएगी।