पटना।
बजट सत्र का पांचवे दिन गुरूवार को हंगामेदार रहा। कार्यवाही शुरू होने के पूर्व ही विपक्ष के सदस्य नारेबाजी करने लगे। राजद के नेताओं ने रसोई गैस के मूल्यवृद्धि और सीतामढ़ी में दारोगा की हत्या के विरोध में जमकर नारेबाजी की। वहीं सदन में मंत्री मदन सहनी द्वारा वाम विधायक के बयान पर की गई टिप्पणी पर विरोध जताते हुए मंत्री को बर्खास्त करने की मांग पर अड़े रहे। वहीं दारोगा की हत्या के मामले में कार्यस्थगन का प्रस्ताव लाया गया, इसके बाद सदन की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित कर दी गई।
इसके बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतिश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि सरकार के पास युवाओं को 20 लाख रोजगार देने का कोई रोडमैप नहीं है। बजट में फुड प्रोसेसिंग का उल्लेख तक नहीं है। सरकार पेपरबाजी और जुमलेबाजी पर चल रही है। गत वित्त वर्ष के कुल खर्च में मात्र 70 हजार करोड़ ही खर्च की गई है। शेष पैसे एक महीने में खर्च करने की तैयारी केवल मार्च लूट ही होगी।
तेजस्वी यादव ने दारोगा हत्याकांड का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था फेल है। उन्होंने कहा कि विधानसभा में माले विधायक के साथ धक्का मुक्की की घटना निंदनीय है। ऐसी घटना न तो पहले देखी गई और न सुनी गई। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि लालू प्रसाद के 15 साल के शासन की तुलना में अपराध का ग्राफ दोगुना हो गया है। संज्ञय अपराधो की संख्या में 101.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। इससे स्पष्ट है कि किसके शासन में जंगल राज रहा है। उन्होंने कहा कि पहले नीतिश कुमार ने बीजेपी का बड़का झूठा पार्टी का नाम दिया था, पर आज वे उस पार्टी के कठपुतली बन गए है।