पटना।
अरुणाचल प्रदेश के 6 जदयू विधायकों के भाजपा में शामिल होने को लेकर अंदर खाने सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अरुणाचल प्रदेश के राजनीतिक घटनाक्रम में अपने कष्ट का इजहार कर चुके हैं। जबकि जदयू के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह भी इस मामले में कड़ा तेवर दिखाया है। इधर निर्धारित कार्यक्रम के बिना नीतीश कुमार राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह और मंत्री विजय कुमार चौधरी के साथ अचानक सोमवार को जदयू कार्यालय पहुंचे और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के चुनिंदा नेताओं से वन टू वन मिले और उनसे अरुणाचल के राजनीतिक घटनाक्रम पर राय जानी। बताया जाता है कि नीतीश ने नेताओं से भाजपा के साथ भविष्य को लेकर रायशुमारी की। उन्होंने सीधा जानना चाहा कि जदयू का स्टैंड आगे क्या होना चाहिए?
नीतिश ने रायशुमारी में यह जानना चाहा कि बिहार को अलग रखकर देश की राजनीति आगे बढ़ानी चाहिए अथवा भाजपा को कड़ी सीख दी जानी चाहिए। माना जा रहा है कि नेताओं के राय से नीतीश कुमार आगे की रणनीति तय करना चाह रहे हैं। पुलिस को इस घटनाक्रम से बिहार में राजनीतिक बवंडर उठने की भी चर्चा आम है। मालूम हो कि नीतिश कुमार ने आरसीपी सिंह की ताजपोशी के दौरान रविवार को अरुणाचल की राजनीतिक घटनाक्रम पर अपना कष्ट का इजहार कर चुके हैं। जबकि जदयू के नए अध्यक्ष सिंह यहां तक बोल गए थे कि भविष्य में कोई इस तरह पार्टी की पीठ में छुरा नहीं घोप सकेगा।