पलामु। नक्सली एरिया कमांडर अभय जी उर्फ सकेंद्र यादव ने पत्नी के कहने पर गुरूवारा को पलामू जिले के डीसी शशिरंजन और एसपी चंदन कुमार सिन्हा के समक्ष 3.15 बोल्ट एक्शन राइफल और 14 गोलियो के साथ आत्म समर्पण कर दिया। बताया जाता है कि छह माह पूर्व ही एरिया कमांडर अभय की शादी हुई है। पुलिस दबिश और पत्नी के समझाने पर उसमें बदलाव आया और मुख्य धारा में लौटने का निर्णय लिया। उसने इसके लिए पलामू डीआईजी से संपर्क स्थापित किया। इस पर डीआईजी ने उसे सरेंडर के लिए प्रेरित कर हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया। वहीं पत्नी बराबर उसे कहा करती थी कि नक्सली संगठन में रहने पर आयु लंबी नहीं होती है।
एसपी कार्यालय में पत्रकारों को नक्सली एरिया कमांडर ने बताया कि गोतिया के साथ खानदानी जमीन का विवाद चल रहा था। करीब डेढ़ एकड़ जमीन पर विवाद था। जमीन का हक नहीं मिलने के कारण वर्ष 2014 में टीएसपीसी के नितांत जी से प्रभावित होकर टीएसपीसी में शामिल हुआ और अपने हिस्से की डेढ़ एकड़ जमीन वापस ली। अगस्त 2014 से संगठन के लोगों के साथ मिलकर लेवी वसूलने और ग्रामीण बैंक रंका के मैनेजर रामलाल राम का थम्हवा स्कूल के पास से अपहरण कर लिया।
वर्ष 2015 में टीएसपीसी के रौशन जी के साथ संगठन में चलने लगा। 2016 के अप्रैल माह में मुसुरमु स्थित मोहन यादव के घर पर गोली चलायी। जनवरी 2017 में चौवानटांड़ स्थित ढोलमंडली जंगल में पुलिस के साथ मुठभेड़ में शामिल रहा। इस मुठभेड़ में दस्ता सदस्य रजनीकांत मारा गया, जबकि वह बच निकला। 2017 जून महीने में दस्ता के सदस्यों के साथ पकड़ा गया और उसे जेल जानी पड़ी। चार वर्ष तक वह जेल में रहा और जून 2021 में जेल से बाहर आ गया।
अभय जी उर्फ सकेन्द्र यादव ने बताया कि जेल से निकलने के बाद आर्थिक स्थिति खराब थी। ऐसे में अभय ने पांच लोगों सोनू यादव, विशाल चौधरी, मुन्ना लोहरा, छोटू कोरवा, राजेश कोरवा के साथ मिलकर टीएसपीसी दस्ता चलाने लगा एवं रामगढ़, चैनपुर के अलावा गढ़वा के रमकंडा और रंका थाना क्षेत्र के ठिकेदारों, व्यवसायियों, भट्ठा मालिकों को डरा धमका कर लेवी वसूलने लगा। नंबर 2021 में चैनपुर थाना क्षेत्र के सलतुआ गांव में लेवी नहीं मिलने पर राकेश सिंह, दिलीप प्रसाद, राजू प्रसाद एवं खामही स्थित राजेकश कपूर के क्रशर में आग लगा दी। 22 नंबर, 2021 को रामगढ़ थाना क्षेत्र के लमटी गांव में माइंस पर जाकर काम रोकवा दिया था तथा लेवी देने की धमकी दी थी। 09 दिसंबर, 2021 को रमकंडा में विशुनधारी यादव को लेवी के लिए डराया धमकाया था। जनवरी 2022 में संगठन को मजबूत करने के लिए पीएलएफआई के ननका यादव, कैला यादव, मदन यादव को अपनी टीम में शामिल किया। 27 जनवरी, 2022 को इसके दस्ता के साथ पुलिस पार्टी के बीच मुसुरमु के जंगल में मुठभेड़ हुई, जिसमें ननका यादव एवं कैला, मदन पकड़े गए। पुलिस की दबिश अभय पर लगातार बनी हुई थी।