नवादा।
जहरीली शराब के कारण अस्पताल में जिंदगी से जंग लड़ रहे तीन और लोगों की मौत हो गई है। गुरुवार की सुबह तक मरने वालों का कुल आंकड़ा 9 तक पहुंच गई है, जबकि कई लोग अभी जीवन के लिए संघर्षरत है। मौत का आंकड़ा बढ़ने से जहरीली शराब का मामला तूल पकड़ने लगा है। लोजपा सांसद चंदन सिंह ने गुरुवार को अस्पताल जाकर पीड़ितों का हालचाल लिया और मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने कहा की घटना निंदनीय है और दोषियों पर सख्ती से कार्रवाई हो। जबकि नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बिहार में यही शराबबंदी है। वहीं राजद के जिला उपाध्यक्ष प्रिंस तमन्ना ने मृतकों के परिजनों को 20-20 लाख रूपए मुआवजा देने की मांग की है। कांग्रेस नेता नदीम हयात ने मामले की जांच करते हुए बिहार में विफल हुए शराब बंदी कानून को खत्म करने की मांग की है।
इधर नगर थाना क्षेत्र के धर्मेंद्र कुमार की मौत शराब से होने की पुष्टि होने से प्रशासनिक महकमें में हड़कंप है। नवादा सदर अस्पताल की बीएचटी रिपोर्ट से सच्चाई पर डालने की कोशिश नाकाम होने पर, विपक्ष के नेता हमलवार है। हिसुआ के विधायक नीतू सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को फैक्स संदेश भेजकर मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। इतना ही नहीं राजद ने शराब माफियाओं व उसके सांठ गांठ में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन चलाने की चेतावनी भी दी है।