रांची
मुंबई की एक युवती ने वीडियो जारी कर भाजपा विधायक दल के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और भाजपा सांसद निशिकांत दूबे समेत चार लाेगो पर गंभीर आरोप लगाकर हलचल पैदा कर दी है। इस वीडियो के सामने आने के बाद बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पीड़ित का वीडियो में दिया गया बयान उपलब्ध दस्तावेज के विपरित है। युवती ने वीडियो में कहा है कि उसकी जान को खतरा है, उसे धमकी दी जा रही है। उसने आगे कहा कि भविष्य में उसे कुछ होता है, तो इसके लिए बाबूलाल मरांडी, निशिकांत दूबे और जहूर आलम व सुनील तिवारी जिम्मेवार हाेगें। ठीक इसके विपरित गुरूवार को बाबूलाल मरांडी ने महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक, मुंबई पुलिस कमीश्नर सहित अन्य अधिकारियों को पत्र लिखकर पीड़ित युवती को सुरक्षा देने की मांग की है। उन्होंने लिखा कि युवती दबाब में बयान दे रही है। पद का प्रभाव बनाकर युवती से बयानबाजी करायी जा रही है। झारखंड की जनता को जानने का हक है कि जिस व्यक्ति को उसने चुना है उसका वास्तविक चरित्र क्या है। मरांडी ने कहा है की 2013 में युवती ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर गंभीर आरोप लगायी थी, जिसे दबाव के बाद शिकायत वापस करा दिया गया। गंभीर मामले को निजी मजबूरियो के चलते बंद नहीं किया जा सकता है। इधर युवती वीडियो में दूसरे तरह की बातें कर रही है। इसलिए युवती को सुरक्षा प्रदान करते हुए मामले की सीबीआई जांच करायी जाए। फिलहाल 2013 के मामले मुंबई पुलिस, मुंबई हाईकोर्ट और राष्ट्रीय महिला आयोग के पास है।
राज्य सरकार को अस्थिर करने वालों का चेहरा सामने आया- कांग्रेस
इधर झारखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ, शाहदेव और राजेश गुप्ता ने कहा कि भाजपा नेताओं ने जिस युवती को मोहरा बनाकर राज्य सरकार को अस्थिर करने का षड्यंत्र रचा था, उन नेताओं का असली चेहरा सामने आ गया है। प्रवक्ताओं ने पूरे मामले की निष्पक्ष और उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।