Ranchi: भाजपा के सांसद संजय सेठ ने रिम्स शासी परिषद की ऑनलाइन बैठक का विरोध किया है। इसका विरोध करते हुए सांसद ने स्वास्थ्य मंत्री सह शासी परिषद के अध्यक्ष बन्ना गुप्ता को पत्र भी लिखा है। अपने लिखे पत्र में सांसद ने कहा है कि रिम्स शासी परिषद की 55वीं बैठक से संबंधित पत्र प्राप्त हुआ है। उपरोक्त पत्र में 24 फरवरी को शासी परिषद की ऑनलाइन बैठक की सूचना दी गई है। इस विषय पर मेरी पूर्णत: असहमति है।
सेठ ने कहा कि जब कोरोना संक्रमण जैसी भयावह स्थिति और काल में हम आमने-सामने बैठकर रिम्स की बेहतरी की चर्चा कर चुके हैं तो फिर अभी ऑनलाइन बैठक करने का औचित्य नहीं है। ऑनलाइन बैठक के इस निर्णय का विनम्रता पूर्वक विरोध करता हूं। उन्होंने कहा कि रिम्स की स्थिति दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है, ऐसी परिस्थिति में यह आवश्यक है कि हम साथ बैठकर रिम्स की बेहतरी की चर्चा करें। सभी परिस्थितियों सामान्य होने के बावजूद शासी परिषद की ऑनलाइन बैठक बुलाना समझ से परे है और जनता के हित में भी नहीं है।
जनहित में इस बैठक को ऑफलाइन रिम्स परिसर में ही किया जाए। शासी परिषद से जुड़े ज्यादातर सदस्य बैठक में सशरीर उपस्थित होते हैं। अपने विचार देते हैं। किसी भी सदस्य को मुझे नहीं लगता कि इस बैठक में आने में कोई समस्या है।
सांसद ने सुझाव दिया है की इस बैठक को रिम्स परिसर में ही किया जाए। उन्होंने उम्मीद जताई है कि मंत्री इस सुझाव पर सकारात्मक कदम उठाएंगे।
मालूम हो कि रिम्स में लगातार अनियमितता ,भ्रष्टाचार की खबर सुर्खिंया बनती रही है।डॉक्टर और स्टाफ के द्वारा व्यापक पैमान पर मरीज के साथ उपेक्षा और शोषण की खबर भी चर्चा का बिषय बना है।कुछ मामलों को लेकर स्वंय मुख्य मंत्री हेमंत सोरेन को भी हस्तक्षेप करना पड़ा है।रिम्स में दवा की कमी के साथ साथ मरीज को बेड प्राप्ति में वहां के स्टाफ द्वारा पैसे लेने की भी खबर भी आई है।रिम्स में लिफ्ट की परेशानी भी चल रही है।