नई दिल्ली।
पीएम नरेंद्र मोदी आगामी 10 दिसंबर को संसद भवन की नई इमारत की आधारशिला रखेंगे। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि प्रधानमंत्री गुरुवार को संसद भवन की नई इमारत के निर्माण के लिए भूमि पूजन करेंगे। उन्होंने कहा कि तकरीबन 100 साल बाद देश को नया संसद भवन मिलेगा। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस नए संसद भवन के निर्माण पर करीब 865 करोड़ रुपए खर्च होंगे। नए संसद भवन का डिजाइन अहमदाबाद के आर्किटेक्ट विमल पटेल द्वारा तैयार किया गया है। इस प्रोजेक्ट के तहत इंडिया गेट के आसपास 10 और इमारतें बनेंगे। जिसमें 51 मंत्रालयों के दफ्तर होंगे। मौजूदा समय में तमाम मंत्रालयों के कार्यालय अलग-अलग इमारतों में संचालित हो रहे हैं। नए संसद भवन मौजूदा संसद भवन परिसर और उसके आसपास बन रहा है। नई इमारत के निर्माण तक मौजूदा संसद भवन में सत्र की बैठकें और दूसरे कामकाज पूर्ववत चलेंगे। त्रिकोण आकार के बन रही संसद की नई इमारत के वर्ष 2022 तक पूरे होने की उम्मीद है। इसके तहत पुरानी बिल्डिंग के दोनों और तिकोने आकार के दो बिल्डिंग बनेगी। पुराने संसद भवन का आकार गोल है। नई इमारत पुरानी बिल्डिंग के पास होगी। दोनों में एक साथ काम होगा। अभी लोकसभा में 590 सदस्यों के बैठने की क्षमता है। जबकि नई लोकसभा में 888 सीटें होंगी। इसके अलावा दर्शक दीर्घा गैलरी में 336 लोगों के बैठने का प्रबंध होगा। राज्य सभा में सदस्यों के बैठने की क्षमता 280 से बढ़ाकर 384 होगी। संयुक्त सत्र के दौरान नई लोकसभा में ही 1272 से ज्यादा सांसद बैठ सकेंगे।