रांची।
प्रदेश भाजपा ने विधायक प्रदीप यादव और बंधु तिर्की पर आक्रामक रुख अख्तियार करते हुए उनकी विधानसभा की सदस्यता निरस्त करने की अपील की है। प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष विनोद शर्मा ने मंगलवार को इसके लिए बकायदा विधानसभा अध्यक्ष को आवेदन समर्पित किया है। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष ने आवेदन में विधानसभा अध्यक्ष से आग्रह किया है कि दोनों विधायकों ने दसवीं अनुसूची का उल्लंघन किया है, जो कानून के दायरे में आता है। दोनों विधायक झाविमो प्रत्याशी के तौर पर पोड़ैयाहाट और मांडर विधानसभा से निर्वाचित हुए थे। इसके बाद दोनों पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल हो गए।
इस पर झाविमो ने 17 जनवरी 2020 को विधायक बंधु तिर्की को कारण बताओ नोटिस जारी किया। जवाब की सीमा खत्म होने पर 21 जनवरी 2020 को बंधु तिर्की को बर्खास्त कर दिया गया था। विधायक प्रदीप यादव भी कारण बताओ नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया जिसके कारण उन्हें 11 फरवरी 2020 को पार्टी से बर्खास्त कर दिया गया। दोनों विधायकों की बर्खास्तगी की सूचना विधानसभा अध्यक्ष को भी दी गई। झाविमो कार्यकारिणी की बैठक में भी दोनों विधायकों की बर्खास्तगी की पुष्टि की गई तब झाविमो का भाजपा में विलय प्रस्ताव पारित किया गया था। विलय की सूचना भी केंद्रीय निर्वाचन आयोग को दी गई। बाद में दोनों विधायक ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली, जो दसवीं अनुसूची को प्रभावित करता है।