गुमला। जिले के कस्तूरबा गांधी विद्यालय की एक 16 वर्षीय छात्रा ने शुक्रवार देर रात एक बच्ची को जन्म दिया। नाबालिग आठवीं कक्षा की छात्रा है। सूचना मिलने पर डीईओ सुनील शेखर, अतिरिक्त जिला पदाधिकारी पीयूष कुमार, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी सुमित्रा तिर्की और लेखा पदाधिकारी एसएस माधुरी मिंझ चार सदस्यीय जांच टीम का गठन कर शनिवार को स्कूल पहुंचे। घटना के बाद बच्ची के बयान पर महिला थाना में इसकी प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। जांच के लिए चार सदस्यीय टीम बनायी गयी। जांच टीम में शामिल डीईओ सुनील शेखर, अतिरिक्त जिला पदाधिकारी पीयूष कुमार, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी सुमित्रा तिर्की और लेखा पदाधिकारी एसएस माधुरी मिंज शनिवार को स्कूल पहुंचे।जांच टीम ने स्कूल प्रबन्धन और बच्ची समेत अभिभावक से बात कर उनके बयान रिकार्ड किया।
जैसा की बताया गया है चाचा ने नाबालिग को अकेला पाकर पहले यौन शोषण किया और यह सिलसिला चलता रहा ।चाचा बच्ची को तरह तरह से आतंकित कर यौन शोषण करते था।जानकारी के मुताबिक, 16 वर्षीया छात्रा का अपने चाचा से प्रेम प्रसंग चल रहा था। सूचना है कि चाचा पहले से शादीशुदा हैऔर एक बच्चे का पिता भी है। चाचा ने नाबालिग को शादी का झांसा दे रहा था ।जब यह मामला परिवार के सामने उजागर हुआ त परिवार ने समाज के सामने रखा । इस मामले को लेकर गांव में 16 जुलाई 2022 को बैठक भी हुई थी, जिसमें दोनों से बांड लिखा कर अलग रहने की हिदायत दी गई थी। दोबारा पकड़े जाने पर दस लाख रुपए जुर्माना वसूलने की बात हुई थी। इसके बाद छात्रा का कस्तूरबा गांधी विद्यालय में दो अगस्त 2022 को एडमिशन करा दिया गया था।
शुक्रवार की रात छात्रा को पेट दर्द की शिकायत हुई। स्कुल प्रबन्धन ने दर्द की दवा भी दी थी ।दर्द जब हम पार की त उसे अस्पताल भेजा गया।उसे सदर अस्पताल लाया गया, जहां उसके गर्भवती होने का पता चला। यहां नॉर्मल डिलीवरी हुई और उसने बच्ची को जन्म दिया। गर्भ होने के बाद शरीर के बनावट में फर्क को छुपाने के लिए नाबालिग हमेसा स्वेटर और शाल से शरीर को ढक कर रखती थी।मामला उजागर पर आरोपी फरार बताया जा रहा है।आरोपी के नाम प्राथमिक दर्ज हो गया।जिला सी डब्लू सी ने नाबालिग और बच्चे को अपने संरक्षण में ले लिया है।नाबालिग से किसी को मिलने की अनुमति नही दी जा रही है।
घटना के संदर्भ में डीईओ सुनील शेखर एवं वार्डन शान्ति देवी ने बताया कि अगस्त महीने में उसका एडमिशन हुआ था। उस समय वह देखने पर स्वस्थ लग रही थी। इस विषय पर किसी को कोई जानकारी नहीं दी गई थी। उन्होंने बताया कि छात्रा खुद को हमेशा शॉल-स्वेटर से ढकी रहती थी, जिस कारण से पता नहीं चल पाया की वह गर्भवती है।