गिरिडीह।

गिरिडीह व धनबाद के कुख्यात व 5 लाख के इनामी माओवादी सब जोनल कमांडर नुनूचंद महतो ने शुकवार को पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया है। इससे दोनों जिलों की पुलिस ने राहत की सांस ली है। शनिवार को एएसपी गुलशन तिर्की ने सब जोनल कमांडर के आत्मसमर्पण करने की पुष्टि की है। जानकारी अनुसार शुक्रवार की दोपहर को इनामी नक्सली ने पीरटांड थाना में नाटकीय तरीके से आत्मसमर्पण किया।सूत्रों की मानें तो सब जोनल कमांडर को आत्मसमर्पण कराने में इसके कुछ साथियों ने अहम भूमिका निभाई है।
सब जोनल कमांडर के खिलाफ गिरिडीह और धनबाद में 55 से अधिक नक्सली केस दर्ज होने की जानकारी मिली है। साल 2017 में मधुबन के पारसनाथ पहाड़ में ढोलकट्टा में पुलिस और माओवादियों के बीच हुए मुठभेड़ में यह शामिल था। दूसरी घटना साल 2016 में पीरटांड के जीतकुंडी में हुई थी, जिसमें सर्च ऑपरेशन के दौरान लैंड मांइस के विस्फोटक किए जाने से सुरक्षा बल के कुछ जवान जख्मी हुए थे। पिछले एक दशक में पीरटांड व इसके आसपास के इलाके में जितनी नक्सली घटनाएं हुई। उन सबों में नुनूचंद महतो शामिल रहा है।
जानकारी के अनुसार संगठन के ही किसी महिला माओवादी से छेड़छाड़ के आरोप में नुनूचंद महतो को साल 2018 में नक्सली संगठन से निष्कासित किया गया था। संगठन द्वारा हत्या किए जाने के डर से इसने तीन साल बाद पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया।