कोलकाता।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्टी के बागी नेताओं और केंद्र पर मंगलवार को हमला बोला। उत्तर बंगाल के जलपाईगुड़ी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि 10 वर्षों तक सरकार में रहकर मलाई खाते रहे और जब चुनाव सामने है तो इधर उधर की बातों में मशगूल हो गए हैं। इसे बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ममता ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के सुरक्षा में तैनात तीन आईपीएस अधिकारियों को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर बुलाया गया है। केंद्र को यह संवैधानिक अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि जेपी नड्डा के काफिले में जेल से छूटकर आए अपराधी भी शामिल थे। मामले में दर्ज मुकदमे में भाजपा नेता राकेश सिंह को भी नामजद किया गया है। जिस पर 49 अपराधिक मामले दर्ज हैं। ममता ने कहा की बंगाल के लोग भाजपा नेताओं को देखकर चिढ़ जाते हैं।
ममता ने केंद्र सरकार को पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की चुनौती देते हुए कहा कि भाजपा में हिम्मत है तो ऐसा करके दिखाएं मुझे कोई डर नहीं है। मालूम हो कि ममता बनर्जी के कैबिनेट से इस्तीफा देने वाले शुभेंदु अधिकारी भाजपा नेताओं के संपर्क में हैं और वे 17 को दिल्ली जा रहे हैं। 18 दिसंबर को उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही है इससे ममता बनर्जी काफी परेशान हैं।