पटना।
बिहार में पहली पंक्ति के कम्यूनिष्ट नेता और सीपीआईएम के पूर्व राज्य सचिव कॉ. गणेश शंकर विद्यार्थी के निधन पर माले ने गहरा शोक व्यक्त किया है। माले के राज्य सचिव कॉमरेड कुणाल ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि विद्यार्थी के निधन से वाम आंदोलन को अपूरणीय क्षति हुई है। वे वाम एकता के प्रबल समर्थक थे। कॉमरेड कुणाल ने कहा कि कुछ दिन पहले वे गंभीर रूप से बिमार थे, लेकिन राजनीतिक तौर पर पूरी तरह सक्रिय थे। बीमारी के दौरान ही माले महासचिव कॉमरेड दीपंकर भट्टाचार्य खुद उनसे मिलने अस्पताल गए थे। उस समय भी उनसे विधानसभा चुनाव पर लंबी बातचीत हुई थी। वे चाहते थे कि वाम आंदोलन बिहार को नई दिशा दे। मालूम हो कि स्वतंत्रता आंदोलन के सक्रिय भागीदारी के बाद कॉमरेड विद्यार्थी ने बिहार में कम्यूनिष्ट पार्टी का संगठन निर्माण में बड़ी भूमिका निभायी थी। कई बार नवादा से विधायक बने और एमएलसी के रूप में भी गरीब, दलितो और किसानो की आवाज सशक्त करते रहे।