खूंटी। मानव निर्मित पर्यटन स्थल लतरातू डैम ने जिले को पर्यटन के क्षेत्र में एक नई पहचान दिलाई है। इस जलाशय को राष्ट्रीय स्तर का पर्यटन स्थल घोषित किया गया है। जबकि जिले के दो अन्य पर्यटन स्थलो उलंगु और पंगुरा को भी राज्य स्तर का पर्यटन स्थल घोषित किया गया है।लतरातू डैम कर्रा प्रखंड के लोधमा के पास डुमरगड़ी में स्थित है। इसके राष्ट्रीय पर विकास होने से पर्यटन के क्षेत्र में स्थानीय स्तर पर रोजगार की संभावना बढ़ेगी। प्राकृतिक छटाओं के बीच अवस्थित लतरातू डैम लगभग चार किलोमीटर लंबा और दो किलोमीटर चौड़ा है। खूंटी जिला प्रशासन लतरातू जलाशय को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए लगातार काम कर रहा है। यहां बोटिंग करने के लिए दूर-दूर से सैलानी परिवार और मित्रों के साथ आते हैं।
फिलहाल, जिला प्रशासन ने डैम में पांच मोटर बोट और पांच पैडल बोट उपलब्ध कराये हैं। बोट चलाने के लिए डुमरगड़ी गांव के युवाओं को जिला प्रशासन द्वारा गोवा से प्रशिक्षण दिलाया गया है। डैम के आसपास पर्यटन भवन, पार्क आदि को विकसित करने का काम किया जा रहा है। वैसे तो लतरातू में वर्षभर पर्यटकों का आवागमन होता रहता है लेकिन नवंबर से मार्च तक हर दिन हजारों सैलानी पिकनिक मनाने और बोटिंग का आनंद लेने यहां पहुंचते हैं। अधिक लोगों के लतरातू पहंचने से लोगों को व्यवसाय का अवसर भी मिल रहा है।
लतरातू को राष्ट्रीय स्तर का पर्यटन स्थल घोषित किये जाने पर खूंटी जिला परिषद के अध्यक्ष मसीह गुड़िया और उपाध्यक्ष मंजू देवी ने कहा कि यह खूंटी के लिए सौभाग्य की बात है। राष्ट्रीय स्तर पर लतरातू का विकास होने से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और जिले का विकास होगा। उन्होंने पंगुरा और उलुंग को राज्य स्तर का पर्यटन स्थल घोषित किये जाने पर भी खुशी जतायी।