रांची। सातवीं और दसवीं जेपीएससी की पीटी परीक्षा के रिजल्ट का विरोध करने निकले अभ्यर्थियों पर पुलिस ने मंगलवार को जमकर लाठीचार्ज किया। इससे जेपीएससी कार्यालय से लेकर मोरहाबादी तक अफरातफरी की स्थिति बन गई। लाठीचार्ज के बाद अभ्यर्थियों में आक्रोश है। वहीं कई विधायकों ने प्रदर्शनकारी का समर्थन कर तत्काल प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम रद्द करने व लाठीचार्ज की न्यायिक जांच की मांग की है।
जानकारी अनुसार मंगलवार की सुबह विभिन्न जिलों से सैकड़ों अभ्यर्थी मोरहाबादी मैदान में जुट कर रिजल्ट में धांधली का आरोप लगाकर नारेबाजी कर रहे थे। इसके बाद वे मोरहाबादी मैदान से निकलकर जेपीएससी कार्यालय का घेराव करने जा रहे थे। इस दौरान पुलिस वहां पहुंचकर अभ्यर्थियों को रोकने का प्रयास किया। इससे अभ्यर्थियों और पुलिस के बीच नोकझोंक शुरू हो गई। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया, जिससे अभ्यर्थी इधर-उधर भागने लगे।
बताया जाता है कि प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों के समर्थन में विधायक नवीन जायसवाल, पदम श्री मधु मंसूरी,भानु प्रताप शाही और लंबोदर पाठक भी पहुंचे थे। अभ्यर्थियों का आरोप है कि इनकी उपस्थिति में लाठीचार्ज किया गया, जिसमें कुछ के घायल होने की सूचना है। भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही ने कहा कि हेमंत सरकार में थोड़ी भी लाज बची है तो पीटी परीक्षा को रद्द करनी चाहिए।वही विधायक लंबोदर पाठक ने कहा कि जेपीएसी की गड़बड़ी की निष्पक्ष जांच कराने की जरूरत है। जबकी विधायक नवीन जायसवाल ने कहा कि सरकार की साजिश के तहत गड़बड़ी हुई है। जेपीएससी में परिवारवाद चल रहा है। छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।
जांचोपरांत चार दिनों में अभ्यर्थियों के सारे सवालों का जवाब लिखित रूप से सौंपा जाएगा-चेयरमैन
लाठीचार्ज की घटना के बाद जेपीएससी भवन में लगभग एक घंटे तक अभ्यर्थियों और जेपीएससी चेयरमैन की बैठक चली, जिसमें भाजपा के कई विधायक मौजूद थे। अभ्यर्थियों ने बैठक में परीक्षा में गड़बड़ी का मामला उठाया। इस पर जेपीएससी के चेयरमैन अमिताभ चौधरी ने आश्वस्त किया कि अगर गड़बड़ी हुई है तो उसकी जांच कराई जाएगी। जांचोपरांत चार दिनों में अभ्यर्थियों के सारे सवालों का जवाब लिखित रूप से सौंपा जाएगा।