पटना।
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े बेटे विधायक तेजप्रताप यादव लगातार अपने दल के ही वरिष्ठ नेताओं को निशाने पर ले रहे हैं। पर पार्टी स्तर पर उनके खिलाफ कोई अनुशासन कार्रवाई नहीं हो रही है। ताजे हमले में तेज प्रताप ने राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए पार्टी के दायरे से बाहर चले गए। इस पर पार्टी मौन है।
इसके पूर्व उन्होंने अपने दल के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह की तुलना एक लोटा पानी से की थी। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामचंद्र पूर्वे को भी सार्वजनिक तौर पर खरी-खोटी सुना चुके हैं। यहां तक कि पार्टी के दायरे को लांघते हुए उन्होंने गत लोकसभा चुनाव में राजद के खिलाफ प्रत्याशी उतारकर प्रचार भी कर चुके हैं। यहां तक की गत लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान राजद प्रत्याशी पर कई तरह के गंभीर आरोप भी लगाए थे। इन सबके बावजूद तेज प्रताप के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। भाजपा जदयू हमलावर है राजद के भीतर भी सवाल सुलग रहे हैं।