मुख्यमंत्री ने कहा – हमारी नीति और नीयत एक है , जो वादा करते हैं उसे निभाते हैं,शिविर में मौजूद लाभुकों से किया सीधा संवाद।
हर व्यक्ति को योजनाओं से जोड़कर राज्य के विकास में भागीदार बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध
राज्य के साथ लगे पिछड़ेपन के टैग को खत्म करेंगे
Koderma: आपकी योजना- आपकी सरकार- आपके द्वार” कार्यक्रम के माध्यम से आदिवासी, दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक, महिला, युवा, किसान- मजदूर और समाज के अंतिम व्यक्ति तक सरकार की योजनाएं और सेवाएं पहुंच रही हैं। हर व्यक्ति को योजनाओं से जोड़कर राज्य के विकास में भागीदार बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन आज कोडरमा में “आपकी योजना- आपकी सरकार- आपके द्वार ” के तीसरे चरण के तहत आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे ।
शिविरों के माध्यम से जनता की समस्याओं और तकलीफों की वास्तविकता का चल रहा है पता
मुख्यमंत्री ने कहा कि “आपकी योजना -आपकी सरकार- आपके द्वार” कार्यक्रम के तहत लग रहे शिविरों से दूर -दराज के इलाकों में रहने वाले गरीबों की समस्याओं और उनकी तकलीफों की वास्तविकता सामने आ रही है। शिविरों में प्राप्त हुए आवेदन के आधार पर सूचीबद्ध तरीके से जनता की समस्याओं की प्राथमिकता तय कर नीति और कार्य योजना तैयार की और उनकी समस्याओं के समाधान का कार्य किया। मुख्यमंत्री ने लोगों से कहा कि वे इन शिविरों में आएं और अपनी जरूरत की योजनाओं से जुड़कर अपने को सशक्त और स्वावलंबी बनाएं।
राज्य के साथ लगे पिछड़ेपन के टैग को खत्म करेंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड अलग राज्य गठन के 23 वर्ष हो चुके हैं । यह राज्य युवावस्था में प्रवेश कर चुका है। लेकिन, पिछले दो दशकों के दौरान तमाम संसाधनों से धनी होने के बाद भी इस राज्य को मजबूत करने के प्रति किसी प्रकार की गंभीरता देखने को नहीं मिली। इसी वजह से यह राज्य लगातार पिछड़ता चला गया। हमारी सरकार ने लक्ष्य रखा है कि वर्ष 2025 तक झारखंड के साथ लगे पिछड़ेपन के टैग को समाप्त करेंगे और विकास की एक लंबी लकीर खीचेंगे। इस राज्य को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हमारी सरकार पूरी ताकत के साथ काम कर रही है।
आने वाली पीढ़ी को मजबूत बनाने के साथ उसके भविष्य को सवारने का हो रहा प्रयास
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी नीति और नीयत एक है। हम जो जनता से वादा करते हैं उससे कहीं ज्यादा बढ़कर उसे निभाते हैं। आने वाली पीढ़ी को मजबूत करने का हमारी सरकार ने संकल्प ले रखा है। बच्चों और नौजवानों का भविष्य संवारने के लिए सरकार समुचित कदम उठा रही है। बच्चियां पढ़ाई से जुड़ी रहे इसके लिए सावित्रीबाई फूले किशोरी समृद्धि योजना लागू की गई है। प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी से लेकर विभिन्न कोर्सेस को करने के लिए सरकार मदद दे रही है। गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना के माध्यम से विद्यार्थियों को शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता देने का काम हो रहा है। मरांग गोमके पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना के तहत विदेश में उच्च शिक्षा के लिए विद्यार्थियों को शत-प्रतिशत स्कॉलरशिप दी जा रही है। वर्तमान में आदिवासी, दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग के 50 बच्चों को यह स्कॉलरशिप मिल रहा है। लेकिन, इस योजना के तहत विद्यार्थियों की संख्या 500 तक करने की दिशा में सरकार जल्द निर्णय लेगी ।
बिजली के लिए डीवीसी पर नहीं होगी अब निर्भरता
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के कुछ जिलों में बिजली आपूर्ति के लिए डीवीसी पर अभी तक जो निर्भरता है , उसे खत्म किया जा रहा है। इसके लिए नए सब स्टेशन, ग्रिड, ट्रांसमिशन और संचरण लाइन बनाने का काम तेजी से चल रहा है। इनके शुरू होने से राज्य सरकार अपने बलबूते विद्युत आपूर्ति कर सकेगी।
मुख्यमंत्री ने लगभग 4 अरब 33 करोड़ रुपए की 194 योजनाओं का दिया तोहफा
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 4 अरब 33 करोड़ 9 लाख 47 हज़ार 636 रुपए की 194 योजनाओं की सौगात कोडरमा वासियों को दी। इसमें 1 अरब 23 करोड़ 81 लाख 36 हज़ार 330 रुपए की 175 योजनाओं का उद्घाटन और 3 अरब 9 करोड़ 28 लाख 11 हज़ार 306 रुपए की 19 योजनाओं की नींव रखी गई। मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के 19 033 लाभुकों को सशक्त और स्वावलंबी बनाने के लिए उनके बीच करीब 10 करोड़ 49 लाख 62 हज़ार 130 रुपए की परिसंपत्ति बांटी।
इस अवसर पर श्रम मंत्री श्री सत्यानंद भोक्ता , कृषि मंत्री श्री बादल, विधायक श्री अमित कुमार यादव , जिला परिषद अध्यक्ष श्री रामधन यादव, बीस सूत्री उपाध्यक्ष श्रीमती लीलावती देवी, मुख्यमंत्री के सचिव श्री विनय कुमार चौबे और जिले के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।