रांची। ईडी ने अब झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को निशाने में लिया है। ईडी ने बोर्ड के सदस्य यतींद्र कुमार दास को अवैध पत्थर खनन मामले समन जारी किया है। यतींद्र कुमार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पहले वरिष्ठ अधिकारी है जिसे ईडी ने तलब किया है। बताया जा रहा है कि साहिबगंज जिले प्रदूषण मानको का पालन नहीं करने के नाम पर 69 स्टोन क्रशर इकाईयों के खिलाफ कार्रवाई के सिलसिले में उनसे पूछताछ की जाएगी।
बताया जा रहा है कि साहिबगंज जिले में प्रदूषण मानकों का पालन नहीं करने के नाम पर 69 स्टोन क्रेशर इकाइयों के खिलाफ कार्रवाई के सिलसिले में उनसे पूछताछ की जायेगी। इन इकाइयों के संचालन की सहमति (सीटीओ) वापस ले ली गई और बाद में जेएसपीसीबी ने 23 स्टोन क्रेशर इकाइयों के सीटीओ को बहाल कर दिया।
आरोप है कि पंकज मिश्रा ने जेएसपीसीबी पर दबाव डाला कि खनन संबंधी गतिविधियों के लिए केवल उन्हीं लोगों को सहमति दी जाये जो पंकज मिश्रा और सिंडिकेट के करीबी हैं। व्यापक रूप से आरोप लगाया गया है कि जेएसपीसीबी की कार्रवाई का उद्देश्य संथाल परगना की खनन लॉबी के हितों को पूरा करना था, जो कथित तौर पर पंकज मिश्रा द्वारा नियंत्रित है।
उल्लेखनीय है कि यह मामला विधानसभा के बजट सत्र के दौरान निर्दलीय विधायक सरयू राय ने उठाया था। इसका बचाव करते हुए हेमंत सोरेन सरकार ने कहा था कि यह नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश के मद्देनजर किया गया था।