झारखंड विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद राज्य में अब तक 198.12 करोड़ रुपये की अवैध सामग्री और कैश जब्त किए जा चुके हैं। राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) के रवि कुमार ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अवैध खनिज और खनन में उपयोग की जाने वाली मशीनों पर भी कार्रवाई की गई है।
टीवी चैनलों और विज्ञापनों पर रोक
दूसरे चरण के मतदान के लिए सोमवार शाम पांच बजे से साइलेंट पीरियड शुरू हो गया है। इस दौरान:
- एग्जिट पोल के प्रसारण पर रोक है।
- टीवी चैनलों पर प्रत्याशियों या दलों से जुड़े विज्ञापनों की मनाही है।
- सभी प्रत्याशियों, राजनीतिक दलों और पोलिंग एजेंटों को चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करना होगा।
राजनीतिक दलों के साथ बैठक
सीईओ रवि कुमार ने सोमवार को सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। उन्होंने निर्देश दिया कि 20 नवंबर की शाम 5 बजे तक सभी प्रत्याशी मतगणना केंद्र के लिए अपने काउंटिंग एजेंटों के नाम संबंधित रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ) को सौंप दें। उन्होंने काउंटिंग एजेंटों को निर्देश दिया कि मतगणना केंद्रों पर काउंटिंग एजेंट किसी तरह का इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, जैसे मोबाइल फोन, कैलकुलेटर या डिजिटल घड़ी, लेकर नहीं जा सकेंगे। एजेंटों को चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा।
20 नवंबर के बाद नहीं होंगे नाम स्वीकार
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि 20 नवंबर की शाम 5 बजे के बाद किसी भी काउंटिंग एजेंट का नाम स्वीकार नहीं किया जाएगा। इसके बाद आने वाले नामों पर विचार नहीं होगा।
चुनाव की स्थिति पर पैनी नजर
झारखंड चुनाव में अब तक की कार्रवाई यह दर्शाती है कि चुनाव आयोग निष्पक्ष और पारदर्शी प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए कड़ी निगरानी रख रहा है। मतगणना और मतदान प्रक्रिया को लेकर सभी राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों से आयोग के निर्देशों का पालन करने की अपील की गई है।