झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशियों की पहली सूची बुधवार (16 अक्टूबर) को जारी होने की संभावना है। विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद, नयी दिल्ली में मंगलवार की रात को प्रत्याशियों के नामों पर चर्चा हुई। प्रदेश के शीर्ष नेताओं की बैठक के बाद केंद्रीय चुनाव समिति ने संभावित प्रत्याशियों के नामों पर विस्तार से विचार-विमर्श किया।
भाजपा के अंदर दिनभर बैठकों का दौर चला, जिसके परिणामस्वरूप प्रदेश के नेताओं ने विधानसभावार प्रत्याशियों के नामों को शॉर्टलिस्ट किया। देर शाम इस सूची में शामिल प्रत्याशियों के नामों पर केंद्रीय चुनाव समिति ने विचार किया। इस पहली सूची में उन विधानसभा सीटों के नाम शामिल होने की संभावना है, जहाँ प्रत्याशियों को लेकर कोई विरोध नहीं है।
कुछ सीटों पर एक से अधिक दावेदार होने के कारण पार्टी द्वारा कराए गए सर्वे के आधार पर प्रत्याशी का चयन किया जाएगा। केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी, और झारखंड विधानसभा चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत अन्य महत्वपूर्ण नेता शामिल हुए।
झारखंड में 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे। इसके लिए सभी राजनीतिक दल तैयारियों में जुटे हैं। पार्टियां चुनावी दंगल के लिए गठबंधन के खाका तैयार कर रही हैं और प्रत्याशियों के नाम फाइनल करने में लगी हैं। पहले चरण के लिए नामांकन की प्रक्रिया 18 नवंबर से शुरू होगी।
एनडीए में गठबंधन की तस्वीर लगभग साफ है, जिसमें भाजपा सबसे ज्यादा 67 से 70 सीटों पर चुनाव लड़ने की संभावना रखती है। सुदेश कुमार महतो की पार्टी ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) को 9 से 11 सीटें मिल सकती हैं, जबकि नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) को 2 सीटें मिलने की उम्मीद है।
इंडिया गठबंधन में भी सीटों का वितरण चल रहा है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) को 45 से 48 सीटें मिल सकती हैं, वहीं कांग्रेस को 28 से 31 सीटें मिलने की उम्मीद है। वाम दलों को 2 से 3 और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को 3 से 4 सीटें मिलने की संभावना है।