झारखंड में अब तक चार विधानसभा चुनाव हो चुके हैं, और इस वर्ष के चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया पूरी हो गई है। खास बात यह है कि 2005 से 2024 तक के चुनावों में महिला प्रत्याशियों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। 2005 में जहां केवल 78 महिलाओं ने चुनाव लड़ा था और तीन ने जीत हासिल की थी, वहीं इस बार 128 महिलाएं मैदान में हैं।
2009 में बढ़ा महिलाओं का उत्साह, 107 ने भरी चुनावी हुंकार
वर्ष 2009 में महिलाओं की चुनावी भागीदारी में वृद्धि देखने को मिली। उस साल 107 महिला प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा, जिनमें से आठ को जीत मिली थी। हालांकि, 2014 के चुनाव में महिलाओं की संख्या बढ़कर 111 हो गई, लेकिन जीतने वाली महिलाओं की संख्या वही रही – आठ ही।
2019 में 10 महिला विधायक, 2024 में नए रिकॉर्ड की उम्मीद
2019 के विधानसभा चुनाव में महिला प्रत्याशियों की संख्या 127 तक पहुंची, और इस बार जीतने वाली महिलाओं की संख्या बढ़कर 10 हो गई। अब, 2024 में 128 महिला प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं, जो एक नया रिकॉर्ड बना सकती हैं। इस बार एनडीए ने कुल 15 महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है, जिसमें भाजपा की ओर से 12 और आजसू की ओर से तीन महिलाएं शामिल हैं। वहीं, इंडिया गठबंधन से कांग्रेस ने सात, झामुमो ने पांच और राजद ने एक महिला उम्मीदवार को टिकट दिया है।
इस साल के चुनाव में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी झारखंड की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकती है।