.रुपेश के भाई ने पुलिस की थ्योरी को नकारा
पटना।
इंडिगो के स्टेशन हेड रूपेश सिंह के हत्या में शामिल मुख्य आरोपी को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए आरोपी ऋतुराज ने अपने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर स्टेशन हेड रूपेश सिंह की हत्या को अंजाम दिया था। अन्य अपराधी फरार हैं। जिसकी तलाशी हो रही है। इस मामले में बुधवार को आयोजित प्रेस वार्ता में एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने कहा कि मुख्य आरोपी ऋतुराज के पास से हेलमेट, घटना के समय बाइक पर लगी नंबर प्लेट, ब्लैक जैकेट , जूता, घड़ी और 13 जनवरी के पटना के सभी प्रमुख अखबार बरामद किए हैं। हालांकि पुलिस की थ्योरी और ऋतुराज के बयान आपस में कई जगह मेल नहीं खा रहे है। हत्यारे ऋतुराज को जानकारी नहीं थी कि रूपेश इंडिगो के स्टेशन हेड हैं। मीडिया रिपोर्टर से उसे इस बात की जानकारी मिली थी। हाई प्रोफाइल केस का अंदाजा होते ही वह दूसरे दिन भागकर रांची चला गया। लेकिन जब घटना की तहकीकात ठेके पट्ट्टे को लेकर होने लगी तब वह गिरफ्तारी के भय से मुक्त होकर पटना लौट आया।
मालूम हो कि ऋतुराज सपरिवार ईट- भट्ठा से जुड़ा है और उसे कोई आर्थिक समस्या नहीं है। पर वह बाइक चोरी में लिप्त हो गया। वह अपने पास हथियार भी रखता था। आरोपी पढ़ा लिखा भी है। आरोपी ने पुलिस को बताया कि 29 दिसंबर 2020 को एयरपोर्ट के रास्ते एक मोड़ पर रूपेश की गाड़ी से उसका एक्सीडेंट होते-होते बचा था। इस पर विवाद होने पर रूपेश ने उसे पीटा था। पर चोरी की बाइक होने के कारण आरोपी चुपचाप वहां से चला गया। इसके बाद उसने कई दिनों तक रुपेश की रेकी की थी। उसने एक दोस्त के साथ रूपेश की हत्या की प्लानिंग की थी। फिर 12 जनवरी को हत्या की घटना को अंजाम दिया। इधर पुलिस के दावे को नकारते हुए रुपेश के भाई नंदेश्वर ने कहा कि उसका भाई कभी भी किसी पर हाथ नहीं चलाया। फिर हल्की टक्कर पर वह कैसे किसी की पिटाई कर सकता है।
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