हेमंत सरकार की तुष्टिकरण नीति से राज्य में समुदाय विशेष के अपराधियों का मनोबल बढ़ा है।
रांची ।भाजपा प्रदेश कार्यालय में रविवार को पार्टी विधायक दल की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष एवम सांसद दीपक प्रकाश ने की। बैठक में नेता विधायक दल एवम पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह सहित विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा,नवीन जायसवाल,अपर्णा सेन गुप्ता,अमर बाउरी,रामचंद्र चंद्रवंशी,नीरा यादव,अनंत ओझा, रणधीर सिंह,भानु प्रताप शाही,आलोक चौरसिया, ,पुष्पा देवी,नारायण दास,अमित मंडल,समरी लाल, कोचे मुंडा, बिरंची नारायण ,शशिभूषण मेहता,मनीष जायसवाल उपस्थित थे।
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए पार्टी के मुख्य सचेतक विधायक बिरंची नारायण ने कहा कि प्रदेश भाजपा प्रदेश की जनता के जनभावनाओं के साथ खड़ी है। लेकिन सरकार की मंशा साफ नही है। नारायण ने कहा कि हेमंत सरकार ने खान, खनिज,बालू,पत्थर घोटाले की तरह 1932के खतियान आधारित स्थानीय नीति के नाम पर जनभावना घोटाला किया है। कहा कि वर्ष 2002 में ही तत्कालीन मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने 1932आधारित नियोजन नीति को लागू किया था जिसे उच्च न्यायालय ने विस्तृत समीक्षोपरंत लागू करने के सुझाव दिए थे। आज हेमंत सरकार बिना कोई समीक्षा किए,सदन में चर्चा कराए इसे लागू कराने का ढिढोरा पीट रही है।
उन्होंने कहा कि आज हेमंत सरकार भ्रष्टाचार में आकंठ डुबी है। जांच एजेंसियों की कारवाई से इस सरकार के रोज रोज नए कारनामे उजागर हो रहे हैं। साहेबगंज से सिमडेगा तक पूरे प्रदेश में राज्य के संसाधनों की लूट मची है। उन्होंने कहा कि इन सारी नाकामियों,अपने तीन साल की विफलताओं को छुपाने केलिए मुख्यमंत्री जी यात्रा कर रहे हैं लेकिन राज्य की जनता इन्हे पूरी तरह समझ चुकी है।उन्होंने कहा हेमंत सरकार के जनविरोधी और कानून विरोधी नीतियों का हश्र जनता देख रही है। जिस प्रकार से पिछले दिनों
उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार की नियोजन नीति को रद्द किया वह सरकार की अदूरदर्शिता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने पहले भी राज्य सरकार को आगाह किया था। लेकिन यह सरकार जल्दीबाजी में सस्ती लोकप्रियता केलिए विधि विरुद्ध फैसले कर रही है। यह सरकार जनभावनाओं से खेल रही है।कहा कि इसी प्रकार हेमंत सरकार ने पिछड़ा वर्ग आरक्षण के नाम पर भी केवल खिलवाड़ किया है।
नारायण ने कहा कि मुख्यमंत्री के गृह जिले साहेबगंज में एक पहाड़िया लड़की राबिका पहाड़िया की जो निर्मम हत्या हुई यह राज्य के ऊपर कलंक है। हेमंत सरकार की तुष्टिकरण नीति से राज्य में समुदाय विशेष के अपराधियों का मनोबल बढ़ा है।
कहा कि मुख्यमंत्री जी आदिवासी होने का दंभ तो भरते हैं लेकिन सबसे अधिक प्रताड़ना आदिवासी समुदाय की हो रही। आज आदिवासी दलित समाज की बेटियां दुष्कर्म ,हत्या की ज्यादा शिकार हो रही।पिछले दिनों गो तस्करों को रोकने के कारण आदिवासी समाज की होनहार बेटी दरोगा संध्या टोपनो की हत्या हुई थी।उन्होंने कहा भाजपा विधायक दल की बैठक में आज राज्य के इन सभी पहलुओं पर विस्तार से गंभीर चर्चा हुई। भाजपा के विधायक इन सभी मुद्दों पर सरकार को घेरते हुए जवाब मांगेंगे।