नई दिल्ली।
रविवार को मन की बात कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भगत सिंह सहित देश के कई वीर सपूतों को याद करते हुए उनको नमन किया। मौके पर पीएम मोदी ने शहीद भगत सिंह को याद करते हुए कहा कि उनके जीवन का एक खूबसूरत पहलू यह है कि वे टीमवर्क के महत्व को बखूबी समझते थे। उन्होंने कहा कि लाला लाजपत राय के प्रति उनका समर्पण हो या फिर चंद्रशेखर आजाद ,सुखदेव, राजगुरु जैसे क्रांतिकारियों के साथ उनका जुड़ाव उनके लिए कभी व्यक्तिगत गौरव महत्वपूर्ण नहीं रही। शहीद भगत सिंह की जयंती के मौके पर पीएम मोदी ने उनकी वीरता को नमन किया। उन्होंने कहा कि शहीद भगत सिंह जैसा देश प्रेम, देश के लिए कुछ कर गुजरने का जज्बा जरूर हम सबके दिलों में होनी चाहिए। यही शहीद भगत सिंह के प्रति हमारी सबसे बड़ी श्रद्धांजलि होगी।
पीएम मोदी ने कहा कि आने वाले दिनों में हम देश के कई महान हस्तियों को याद करेंगे। जिनका भारत के निर्माण में अमूल्य योगदान रहा है। 2 अक्टूबर को देश के 2 सपूतों महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को याद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बापू के विचार और आदर्श आज पहले से कहीं ज्यादा प्रासंगिक हैं। महात्मा गांधी का जो आर्थिक चिंतन था अगर उस स्पीरिट को पकड़ कर पूर्व में कार्य किया गया होता तो आज आत्मनिर्भर भारत अभियान की देश को जरूरत नहीं पड़ती। उन्होंने कहा कि शास्त्री जी का जीवन विनम्रता और सादगी का संदेश देता है।
11 अक्टूबर को लोकनायक जयप्रकाश और नानाजी देशमुख की जयंती मनाई जाएगी। पीएम मोदी ने मौके पर जयप्रकाश नारायण को याद करते हुए कहा कि उन्होंने लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा में अग्रणी भूमिका निभाई है। 12 अक्टूबर को राजमाता विजय राजे सिंधिया की जयंती पर पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने राज परिवार से होते हुए अपनी पूरी जीवन लोगों की सेवा में समर्पित कर दिया था। कार्यक्रम के अंत में पीएम मोदी ने देशवासियों से कोरोना काल के दौरान सावधानी बरतने की अपील की। साथ ही लोगों से इससे बचाव को लेकर मास्क और 2 गज की दूरी बनाए रखने की बात कही। उन्होंने कहा कि जब तक दवाई नहीं तब तक ढिलाई नहीं ।